रोहतक,05.02.18- हिसार जिले के हैरिटेज विलेज ढंढूर में राह गु्रप फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित दसवें हरियाणवीं फैशन शो में रोहतक के प्रतिभागियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया है। हालांकि प्रतियोगिता का खिताब जींद व हिसार के मॉडलों को संयुक्त रुप से मिला। प्रतियोगिता में भिवानी को तीसरा तो फतेहाबाद को चर्तुथ स्थान मिला। यह जानकारी देते हुए राह गु्रप के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ व संरक्षक डा. अनुराग बिश्रोई ने बताया कि इस कार्यक्रम में हिसार, फतेहाबाद, जींद, भिवानी, गुरुग्राम, रोहतक, पंचकुला, सिरसा, सोनीपत, रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़ सहित 14 जिलोंं के 117 प्रतिभागियों ने इस फैशन शो में हिस्सा लिया। हरियाणवीं संस्कूति को सहजने की कड़ी में आयोजित दसवें हरियाणवीं फैशन शो में लोकगीत, रागनी, भजन व दूसरे प्रकार के हरियाणवीं गायन में लोकगायक नफेसिंह रोहिल्ला, नामी गायिका सिनम कैथोलिक व दीपक कन्नोह सहित करीब एक दर्जन से अधिक हरियाणवीं कलाकारों ने हरियाणवी रागनी, किस्से व सांग के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति को मंच से एक बार फिर जिंदा कर दिया।
राजो देवी का रहा जलवा :-
ईवेंट के दौरान 40 से अधिक महिला प्रतिभागियों ने रैंप पर संस्कृति को दर्शाया। उसके बावजूद भी देश में सबसे अधिक उम्र में मां बनने वाली 80 वर्षीय राजो देवी उसकी दस वर्षीय बेटी नवीना सबके आर्क षण का केन्द्र रही। राजो देवी देश में सबसे अधिक उम्र में आईवीएफ तकनीक से मां बनी थी। उस समय राजो देवी की उम्र 70 वर्ष थी। तब राजो देवी लंबे समय तक इन्टरनेशनल मीडिया में छाई रही थी। उस पर कई शोध भी हुए थे। यहां तक की उसकी मौत की अफवाहें भी उड़ी थी। अपने जीवन के 80 बसंत देख चुकी राजो देवी जींद के जिले से संबंध रखती है। राजो देवी ने मंच के माध्यम से न केवल संस्कृति को दर्शाया, बल्कि हरियाणवीं महिला की उस शक्ति का परिचय भी दिया, जिसका पूरी दूनियां कायल है। रविवार को ही राजो देवी को बिनैण खाप की ओर से विशेष रुप से सम्मानित भी किया गया।
120 मिनट में दिखा हरियाणवीं संस्कृति का हर पहलू:-
राह गु्रप फाउंडेशन व एमजी हैरिटेज के इस ऐतिहासिक हरियाणवीं फैशन शो में 117 प्रतिभागी रैंप पर उतरे। जिनमें से 32 प्रतिभागियों ने जहां पुरानी पुरानी संस्कृति की झलक को रैंप पर उतारा, वहीं 22 प्रतिभागियों ने खेल, शिक्षा के साथ हरियाणा की आधुनिक उपलब्धियों को दर्शाने का प्रयास किया, 36 ने संस्कृति झांकी दर्शन तो शेष प्रतिभागियों ने ग्रामीण दिनचर्या को अपने-अपने अंदाज में दर्शाया। करीब 120 मिनट तक चले इस फैशन शो में हरियाणवीं संस्कृति दर्शन में पुराने समय की शादी-विवाह के रीति रिवाजों व खेत में जाते किसान व पनघट पर पानी भरती पनिहारी को सभी ने सराहा तो दुल्हे की पुरानी वेशभूषा में उतरे युवक को भी जबदस्त सराहना मिली।
रोहतक की रेवड़ी से बढ़ी शान:-
हरियाणवीं फैशन के माहौल को ओर अधिक यादगार बनाने के लिए राह गु्रप की ओर से कार्यक्रम में पहुंचे लोगों का स्वागत व आवभगत में भी रोहतक की यादगार व शानदार भागेदारी रही। जहां ठेठ देसी अंदाज में तिलक लगा कर गुड़ खिला कर मुंह मिठा करवाया गया, वहीं कार्यक्रम के दौरान स्वाहली, कसार व गुलगलों के साथ-साथ रोहतक की रेवडिय़ोंं से संस्कृति का रंग ओर गहरा व मिठा दिखाई दिया।
विरासत व आधुनिकता का संगम:-
राह ग्रुप फाउंडेशन व एमजी हैरिटेज विलेज के इस हरियाणवीं फैशन शो में न केवल पनघट पर पानी भरने वाली पनिहार से लेकर अखाड़ों में जोरआजमाईश करते पहलवानों को ही रैंप पर उतरा गया। बल्कि पुरानी विरासत के साथ-साथ प्रदेश की खेल, शिक्षा, समाजसेवा व दूसरे क्षेत्र की उपलब्धियों को भी रैंप के माध्यम से दर्शाया गया।