चण्डीगढ़, 13.01.25- : अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगाँठ प्रतिष्ठा द्वादशी श्री शिव मन्दिर, सैक्टर 39-डी में उत्साहपूर्वक पूर्ण भव्यता से मनाई गई। मन्दिर के प्रधान नरेश महाजन व भारतीय सांस्कृतिक ज्ञान संस्था के संस्थापक अनूप सरीन ने इस अवसर पर कहा कि भारत के स्वाभिमान का प्रतीक यह भव्य राम मन्दिर वास्तव में राष्ट्र मन्दिर है। जिन रामलला के लिए न जाने कितने लोगों ने बलिदान दिये और संघर्ष किया, अब यह हमारा कर्तव्य है कि श्रीराम के आदर्श पर चलते हुए भारत भूमि के उत्थान के लिए हम पुनः प्रयत्नशील हो जाएँ। भेदभाव के सभी कारणों को समाप्त कर, भय-आतंक, राग-द्वेष आदि सबको मिटाकर एक सुखी-समरस समाज के निर्माण की दिशा में हम सब अग्रणी हों। धर्मसम्मत अनुसार धनोपार्जन करते हुए समाज को समृद्ध बनाने की ओर हम अग्रणी हों। व्यक्ति और समाज के रूप में हमारे भीतर विद्यमान समस्त बुराइयों को तिलांजलि देकर एक सभ्य-सुसंस्कृत समाज बनाने की ओर हम अग्रणी हों। हमारे इस चिर संघर्ष का महान ध्येय इसी में छिपा है। इस शुभ अवसर पर सुबह हवन से कार्यक्रम शुरु हुआ, फिर ध्वजारोहण किया गया। हरीश चन्द्र द्वारा सुन्दर काण्ड का पाठ किया गया। अंत में भण्डारे का आयोजन किया गया।