मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद हरकत में आए नेशनल हाईवे के अधिकारी

हमीरपुर 17 सितंबर। हमीरपुर-अवाहदेवी-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्य की धीमी गति का कड़ा संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री के कड़े निर्देशों के बाद सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारी हरकत में आए हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग के परियोजना निदेशक रोमी धनखड़, परियोजना प्रबंधक जितेंद्र पांडे, सहायक अभियंता तन्मय महाजन और अन्य अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय टीम ने बीते दिनों हमीरपुर-अवाहदेवी-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हांेने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच की और निर्माण कंपनी को निर्धारित समय अवधि के भीतर इस नेशनल हाईवे का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।

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जवाहर नवोदय विद्यालयपंडोह में कक्षा छठी की चयन परीक्षा के लिए अब 23 सितंबर तक कर सकेंगे ऑनलाईन आवेदन

MANDI, 17.09.24-जवाहर नवोदय विद्यालय पंडोह, जिला मंडी के प्राचार्य की ओर से आज यहां जानकारी दी गई है कि सत्र 2025-26 के लिए कक्षा छठी में प्रवेश हेतु चयन परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ा दी गई है।

उन्होंने ऐसे सभी अभिभावक जिनके पुत्र या पुत्री सत्र 2024-25 में किसी भी सरकारी या मान्यता प्राप्त गैर सरकारी विद्यालय में कक्षा पांचवीं में अध्ययनरत हैं, को सूचित किया है कि वे जवाहर नवोदय विद्यालय पंडोह, मंडी (हि.प्र.) में छठी कक्षा में प्रवेश के लिए उनके आवेदन कर सकते हैं। पूर्व में इसकी अंतिम तिथि 16 सितम्बर, 2024 निर्धारित की गई थी। परन्तु, अब प्रशासनिक कारणों से कक्षा छठी की चयन परीक्षा (JNVST 2025-26) की ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 23 सितम्बर, 2024 तक बढ़ा दी गई है।

उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए आवेदन नवोदय विद्यालय समिति की वैबसाइट www.navodaya.gov.in एवं https://navodaya.gov.in/nvs/nvs-school/MANDI/en/home पर अब 23 सितम्बर, 2024 तक किया जा सकता है। परीक्षा देने के इच्छुक अभ्यर्थी का जन्म 01.05.2013 से पहले तथा 31.07.2015 (दोनों तिथियां सम्मिलित) के बाद का नहीं होना चाहिए। अभ्यर्थी सत्र 2024-25 में किसी भी सरकारी या सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूल में कक्षा पांचवीं में मंडी जिले में पढ़ रहा हो तथा मंडी जिले का स्थाई निवासी हो। उसने तीसरी व चौथी कक्षा सत्र 2022-23 और 2023-24 में उत्तीर्ण की हो।

उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी अपनी फोटोग्राफ, हस्ताक्षर, माता-पिता के हस्ताक्षर, आधार/आवासीय प्रमाण पत्र एवं मुख्याध्यापक द्वारा जारी विवरण (निर्धारित परिपत्र) को सॉफ्ट कॉपी में (jpg format) 10 से 100 केबी के बीच का हो, पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं। अगर किसी को फॉर्म भरने में कोई समस्या आती है तो वह जवाहर नवोदय विद्यालय, पंडोह के कार्यालय दूरभाष संख्या 01905-282046, 9805319303, 9816999573 पर किसी भी कार्य दिवस में प्रात: 9:00 बजे से सायं 04:00 बजे तक संपर्क कर सकते हैं। चयन परीक्षा 12 अप्रैल, 2025 को 11:30 बजे को होनी निर्धारित की गई हैं। अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट पर दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।

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19 सितम्बर को उप मण्डल साईगलू क्षेत्र में बिजली रहेगी बंद।

मंडी, 17 सितम्बर । 19 सितम्बर को बीर फीडर में पुरानी तारों को बदलने तथा नए बिजली पोल लगाने का कार्य किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल साईगलू हुक्म चंद ने बताया कि कार्य के चलते 19 सितम्बर को सुबह 10 बजे से सायं 6 बजे तक गांव खपरेहड़ा, भलेड़, तरनोह, घेरू, नेरन, ठाम्बा, रोपड़ी तथा साथ लगते क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। मौसम खराब होने की स्थिति में तारों को बदलने तथा नए बिजली पोल लगाने का कार्य अगले दिन किया जायेगा।
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आपदा न्यूनीकरण के दृष्टिगत डीपीआर तैयारी पर तीन दिवसीय कार्यशाला 18 से 20 सितंबर तक

मंडी, 17 सितंबर। अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी डॉ. मदन कुमार ने आज यहां बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) मंडी और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी के समन्वय से 18 से 20 सितंबर 2024 तक "डीपीआर प्रिपरेशन फॉर मिटिगेटिंग वेरियस हजार्ड्स" (DPR preparation for mitigating various hazards) विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। आईआईटी मंडी में आयोजित इस तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन करेंगे। इस कार्यशाला में जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड (एचपीएसईबीएल), नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग, वन संरक्षक, अग्निशमन विभाग आदि की भागीदारी होगी।

उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न आपदाओं, जैसे भूकंप, बाढ़, भूस्खलन आदि के प्रभाव को कम करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने में संबंधित विभागों के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना है।