सर्दियों में आपदा से निपटने के लिए कांगड़ा जिला प्रशासन तैयार
*’बड़ा भंगाल संिहत बर्फबारी वाले क्षेत्रों में किया राशन का भंडारण: उपायुक्त
धर्मशाला, 03 दिसंबर। कांगड़ा जिला प्रशासन बर्फबारी के दौरान जिला में किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है। इस संदर्भ में उपायुक्त एवं अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण हेमराज बैरवा ने समस्त विभागों के जिला अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें बर्फबारी से पहले अपनी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सर्दियों के दौरान जिला में जन-जीवन को सुचारू रखने व ग्रामीणों क्षेत्रों में बिजली-पानी व राशन उपलब्ध करवाने के साथ-साथ यातायात सहित हर प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सजग है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्दियों के दौरान आपदा प्रबंधन के लिए हर विभाग एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त करंे और उनका मोबाइल नंबर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ साझा करेें।
उन्होंने सर्दियों के दौरान बारिश व बर्फबारी के कारण बंद होने वाली सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने, बिजली व पेयजल की व्यवस्था सुचारू रखने के लिए सम्बन्धित विभागाधिकारियों को निर्देश दिए ।
बैठक में अवगत करवाया गया कि बड़ा भंगाल सहित बर्फबारी वाले क्षेत्रों नवम्बर से मार्च माह तक का राशन भंडारण कर दिया गया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इन क्षेत्रों में सभी जीवन रक्षक दवाइयों का प्रबंध करने के भी निर्देश दिए। उपायुक्त ने सभी एसडीएम को यह भी निर्देश दिए कि वे अपने स्तर पर भी सर्दियों के दृष्टिगत अपने कार्य क्षेत्र के सभी अधिकारियों सहित दूरसंचार ऑपरेटर की बैठक कर सभी आवश्यक इंतजाम कर लें। उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्राधिकरण द्वारा सभी एसडीएम को वायरलैस सैट भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सभी विभाग आपसी तालमेल से कार्य करें तथा किसी अप्रिय घटना की सूचना तुरन्त जिला आपदा प्राधिकरण को दें।
इस अवसर पर एडीएम डा हरीश गज्जू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितेश लखनपाल, एसडीएम संजीव भोट सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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गद्दी जनजातीय लोक संस्कृति के उत्थान पर कार्यक्रम आयोजित
धर्मशाला, 03 दिसंबर। जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग कांगड़ा की ओर से बीएड कालेज द्रोणाचार्य रैत में गद्दी जनजातीय लोक संस्कृति के उत्थान पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह जानकारी जिला भाषा अधिकारी अमित गुलेरी ने देते हुए बताया कि संस्कृति के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए भाषा कला संस्कृति विभाग की ओर से नियमित तौर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गद्दी संस्कृति हिमाचल की अमूल्य विरासत है तथा इस संस्कृति को जीवंत बनाए रखने के लिए सभी की सहभागिता जरूरी है।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य प्रवीण शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए युवा पीढ़ी से आह्वान करते हुए कहा कि हमेशा अपनी संस्कृति से जुड़े रहें, संस्कृति के माध्यम से ही संस्कारों का निर्माण होता है। इस अवसर पर वंशिका युवा कला मंच सुक्कड़ तथा धौलाधार सांस्कृतिक मंच बड़ोल ने लोक गीतों तथा लोक नृत्यों के माध्यम से सभी को आत्मविभोर कर दिया।