उपायुक्त ने किसानों से मिश्रित खेती अपनाने का किया आह्वान
ऊना, 22 जनवरी. उपायुक्त जतिन लाल ने किसानों से मिश्रित खेती अपनाने और कृषि में उन्नत तकनीकों तथा नई पद्धतियों का प्रयोग करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि कृषि में विविधता अपनाकर किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। वे बुधवार को अनुसंधान उपकेंद्र अकरोट के अनुसंधान फार्म में आयोजित एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए बोल रहे थे।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के ऊना जिला के अंब उपमंडल में स्थित अनुसंधान उपकेंद्र अकरोट और जिला ऊना के कृषि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था। उपायुक्त ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों को उन्नत तकनीकों और नई पद्धतियों से परिचित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी हो। उन्होंने बताया कि अनुसंधान केंद्र अकरोट को आलू की किस्मों पर किए जा रहे शोध के लिए कृषि विभाग ऊना द्वारा ट्रांसफर ऑफ टैक्नोलॉजी योजना के तहत 1 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई है।
इस दौरान उपायुक्त ने अनुसंधान फार्म का दौरा किया और वहां उत्पादित गेहूं, सरसों, चना, मटर, गोभी, ब्रोकली तथा आलू जैसे फसलों की गुणवत्ता और शोध कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने अनुसंधान उपकेंद्र अकरोट व कृषि विभाग जिला ऊना द्वारा किसानों के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
*किसानों को दी गई उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी
प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को नई कृषि सस्य क्रियाओं, फसलों की बुवाई, देखभाल और कटाई में अपनाई जाने वाली विधियों और प्रक्रियाओं, नवीनतम फसल किस्मों और उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी दी गई। इससे किसानों को फसल लागत को कम करने और मुनाफा बढ़ाने में सहायता मिलेगी। किसानों ने अनुसंधान फार्म का भ्रमण किया, जहां उन्हें गेहूं, सरसों, चना, मटर, गोभी, ब्रोकली और आलू पर हो रहे शोध कार्यों की जानकारी दी गई।
*विशेषज्ञों ने साझा की महत्वपूर्ण जानकारियां
कार्यक्रम में अनुसंधान उपकेंद्र अक्रोट के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ. प्रवीण शर्मा ने किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली रोपण सामग्री के महत्व के बारे में जागरूक किया। वहीं, डॉ. सौरव शर्मा ने विभिन्न फसलों की नवीनतम तकनीकों, सस्य क्रियाओं और जलवायु अनुकूल खेती की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में कृषि उपनिदेशक ऊना डॉ. कुलभूषण धीमान, जिला कृषि अधिकारी डॉ. दविंदर कौर, अनुभाग अधिकारी रामकिशन, प्रक्षेत्र सहायक विशाल चंगोत्रा, केवल, रवि, अजय, अजमेर अली, विषयवाद विशेषज्ञ अंब रमेश लाल, विषयवाद विशेषज्ञ बंगाणा सतपाल धीमान, कृषि विकास अधिकारी बंगाणा पवन कुमार, कृषि विकास अधिकारी अंब सोमराज शर्मा सहित जिला के विभिन्न विकास खंडों से विषयवाद विशेषज्ञ, कृषि विकास अधिकारी, कृषि प्रसार अधिकारी, और किसानों ने भाग लिया।
==========================
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर रावमापा हरोली में कार्यशाला आयोजित
हरोली, 22 जनवरी। महिला एवं बाल विकास विभाग के सौजन्य से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हरोली में खंड स्तरीय “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और “वो दिन योजना” पर एक दिवसीय कार्यकम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसडीएम हरोली विशाला शर्मा ने की। इस दौरान समाज में बेटियों के महत्व और उनके स्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई।
एसडीएम हरोली विशाला शर्मा ने कहा कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान का उद्देश्य समाज में बालिका लिंग अनुपात को संतुलित करना, लड़कियों को शिक्षा के अवसर प्रदान करना और उन्हें समान अधिकार देना है। उन्होंने बताया कि एक समृद्ध और सशक्त समाज की नींव बेटी को बचाने और उसे शिक्षित करने से बनती है। वर्तमान में बेटियां हर क्षेत्र में लड़कों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं, इसलिए उनकी उच्च शिक्षा पर जोर दिया जाना चाहिए, ताकि वे परिवार, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सकें।
कार्यक्रम में डॉ. शिखा शर्मा, चिकित्सा अधिकारी ने किशोरियों के लिए सुपोषण, माहवारी स्वच्छता और मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों और मिथकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने किशोरियों के स्वच्छता संबंधी व्यवहार और माहवारी के दौरान सफाई के तरीकों पर भी विशेष जोर दिया।
बाल विकास परियोजना अधिकारी हरोली, शिव सिंह ने बताया कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना के तहत खंड हरोली में शिशु लिंगानुपात 940 तक पहुंच चुका है, जो इस अभियान की सफलता को दर्शाता है। उन्होंने कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लोगों को इस दिशा में योगदान देने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान, महिलाओं और किशोरियों को उनके स्वास्थ्य, अधिकारों और शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। यह कार्यशाला “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और “वो दिन योजना” के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुई और लोगों में जागरूकता का संचार किया।
इस मौके पर डीपीओ ऊना नरेंद्र कुमार, स्कूल प्रधानाचार्य रविन्द्र कुमार, परियोजना की सुपरवाइजर नीलम सैणी, ब्लॉक कार्डिंनेटर पोषण ज्योति शर्मा सहित स्कूली स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
====================================
“बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और “वो दिन योजना”
हरोली, 22 जनवरी। महिला एवं बाल विकास विभाग के सौजन्य से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हरोली में खंड स्तरीय “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और “वो दिन योजना” पर एक दिवसीय कार्यकम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसडीएम हरोली विशाला शर्मा ने की। इस दौरान समाज में बेटियों के महत्व और उनके स्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई।
एसडीएम हरोली विशाला शर्मा ने कहा कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान का उद्देश्य समाज में बालिका लिंग अनुपात को संतुलित करना, लड़कियों को शिक्षा के अवसर प्रदान करना और उन्हें समान अधिकार देना है। उन्होंने बताया कि एक समृद्ध और सशक्त समाज की नींव बेटी को बचाने और उसे शिक्षित करने से बनती है। वर्तमान में बेटियां हर क्षेत्र में लड़कों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं, इसलिए उनकी उच्च शिक्षा पर जोर दिया जाना चाहिए, ताकि वे परिवार, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सकें।
कार्यक्रम में डॉ. शिखा शर्मा, चिकित्सा अधिकारी ने किशोरियों के लिए सुपोषण, माहवारी स्वच्छता और मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों और मिथकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने किशोरियों के स्वच्छता संबंधी व्यवहार और माहवारी के दौरान सफाई के तरीकों पर भी विशेष जोर दिया।
बाल विकास परियोजना अधिकारी हरोली, शिव सिंह ने बताया कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना के तहत खंड हरोली में शिशु लिंगानुपात 940 तक पहुंच चुका है, जो इस अभियान की सफलता को दर्शाता है। उन्होंने कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लोगों को इस दिशा में योगदान देने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान, महिलाओं और किशोरियों को उनके स्वास्थ्य, अधिकारों और शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। यह कार्यशाला “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और “वो दिन योजना” के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुई और लोगों में जागरूकता का संचार किया।
इस मौके पर डीपीओ ऊना नरेंद्र कुमार, स्कूल प्रधानाचार्य रविन्द्र कुमार, परियोजना की सुपरवाइजर नीलम सैणी, ब्लॉक कार्डिंनेटर पोषण ज्योति शर्मा सहित स्कूली स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
=====================================
डिग्री कॉलेज ऊना में आयोजित होगा 15वां जिला स्तरीय राष्ट्रीय मतदाता दिवस
ऊना, 22 जनवरी - जिला में 25 जनवरी को 15वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन जिला, उपमंडल व बूथ स्तर पर किया जा रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि जिला स्तरीय राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन राजकीय महाविद्यालय ऊना में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम रहेगी, जिसका मूल उद्देश्य 18 वर्ष पूर्ण व इससे अधिक की आयु के मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज़ करवाने के साथ निर्वाचनों में सभी मतदाताओं की भागीदारी को अधिक से अधिक बढ़ावा देना है।
उन्होंने बताया कि 15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर मतदाता दिवस की थीम पर आधारित रंगोली, गायन, नाटक सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। इन प्रतियोगिताओं में 6 स्कूलों के विद्यार्थी भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त वर्ष 2024 में मतदाता पंजीकरण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जिला के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से एक-एक बूथ लेवल अधिकारी को सम्मानित भी किया जाएगा और नए मतदाताओं को वोटर कार्ड भी वितरित किए जाएंगे।