उपायुक्त ने नशा निवारण एवं पुनर्वास केंद्र घालूवाल का किया निरीक्षण
ऊना, 17 फरवरी। उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने सोमवार को घालूवाल स्थित नशा निवारण व् पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नशा निवारण केंद्र में राष्ट्रीय मानकों के आधार पर उपलब्ध उपचार संबंधित सुविधाओं और वहां की व्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया। उपायुक्त ने पुनर्वास केंद्र में दी जा रही व्यक्तिगत काउन्सलिंग, योग, व्यायाम, आवश्यक दवाइयां की सुविधाओं के साथ-साथ खान-पान की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने वहां उपचाराधीन व्यक्तियों से भी मुलाकात की और नशे को छुड़ाने के लिए प्रदन की जा रही सुविधाओं तथा उनके जीवन में आ रहे सकारात्मक बदलावों पर फीडबैक् लिया।
उपायुक्त ने बताया कि यह नशा निवारण केंद्र गुंजन संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा है, जहां वर्तमान में 13 लड़कों का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने उपचाधीन लड़कों को प्रेरित किया और उनका मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि समय पर ईलाज से नशे को छोड़ना संभव है। उन्होंने कहा कि मजबूत मनोशक्ति, प्रभावी उपचार व सकारात्मक माहौल से नशे से जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है।
इस मौके पर जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव एवं क्रेडिट प्लानिंग अधिकारी ऊना संजय सांख्यान सहित गुंजन संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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सुनियोजित विकास को लेकर नगर एवं ग्राम योजना कार्यालय ऊना ने लगाया जागरूकता शिविर
ऊना, 17 फरवरी। ऊना शहर के सुनियोजित विकास को लेकर उपमंडलीय नगर एवं ग्राम योजना कार्यालय ऊना द्वारा सोमवार को नगर परिषद के सभागार में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में नगर परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पंचायत प्रधानों, उप-प्रधानों, सचिवों व वार्ड सदस्यों ने भाग लिया। इस दौरान सहायक नगर योजनाकार ऊना पंकज शर्मा ने हिमाचल प्रदेश नगर एवं ग्राम योजना अधिनियम 1977 और ऊना योजना/विशेष क्षेत्र में लागू नियमों व मानकों बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को सुनियोजित विकास के जरिए शहर और ग्राम में संतुलन बनाए रखने के लिए जागरूक करने को कहा ताकि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुखमय बन सके।
पंकज शर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में विकासात्मक गतिविधियों के लिए अधिनियम द्वारा प्रदान की गई छूट के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऊना योजना क्षेत्र में शामिल पंचायतों में यदि कोई व्यक्ति जमीन खरीद कर निर्माण करना चाहता है तो उसे कार्यालय से अनुमति लेना अनिवार्य है। नगर एवं ग्राम योजना अधिनियम, 1977 की धारा 16 (सी) के प्रावधानों की जानकारी देते हुए बताया कि लोग अपनी जमीन की बिक्री विभाग से प्लॉट स्वीकृत करवाके ही करवा सकते हैं, और खरीददार यह सुनिश्चित करें कि विभाग द्वारा उप-विभाजित प्लॉट ही खरीदे ताकि उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं मिल सकें और अच्छे, नियोजित घर का निर्माण कर सकें।
उन्होंने भू-संपदा विनियमन और विकास अधिनियम प्राधिकरण (रेरा) के प्रावधानों बारे जागरूक करते हुए बताया कि जो व्यक्ति अधिसूचित योजना क्षेत्र में 500 वर्ग मीटर भूमि पर प्लॉट या 8 से अधिक अपार्टमेंट का निर्माण कर विक्रय करना चाहता है, उसे भू संपदा (रेरा) के तहत पंजीकरण कराना आवश्यक है। इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति को 2500 वर्ग मीटर से अधिक भूमि पर प्लॉट या अपार्टमेंट का निर्माण करना है तो उस क्षेत्र को डीम्ड योजना क्षेत्र माना जाएगा और वहां भी विभाग की स्वीकृति लेना और रेरा से पंजीकरण करवाना जरूरी है। उन्होंने ने अवैध निर्माण से बचने की आवश्यकता पर जोर दिया और लोगों को अवैध निर्माण से उत्पन्न होने वाली कठिनाइयों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने आग्रह किया कि सभी निर्माण कार्य विभाग की स्वीकृति प्राप्त किए बिना न किए जाएं ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की समस्याओं से बचा जा सके।
इस अवसर पर नगर एवं ग्राम योजना कार्यालय से शिव कुमार, दर्शन कुमार, अशोक कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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स्वच्छ शहर-समृद्ध शहर के तहत डोर टू डोर अभियान हुआ तेज
एसएचजी सदस्यों द्वारा रोजाना 400 से अधिक घरों तक संपर्क स्थापित करके दिया जा रहा स्वच्छता संदेश
ऊना, 17 फरवरी। नगर निगम आयुक्त एवं अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि ऊना शहर में स्वच्छ शहर-समृद्ध शहर मुहिम के तहत डोर-टू-डोर अभियान ने रफ्तार पकड़ ली है। स्वयं सहायता समूहों की सदस्यों द्वारा रोजाना 400 से अधिक घरों तक पहुंच कर सर्वे और घरों से निकलने वाले सूखे-गीले कचरे एवं हानिकारक कचरे बारे लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि कचरे का सही निस्तारण हो सके। एडीसी ने बताया कि नगर निगम ऊना को स्वच्छ और समृद्ध बनाने के लिए घर-घर जाकर लोगों को शिक्षित और जागरूक करने के व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं ताकि ऊना को एक स्वच्छ, सुव्यवस्थित और आदर्श नगर निगम के रूप में विकसित किया जा सके।
एडीसी ने बताया कि नगर निगम ऊना में स्वच्छता मुहिम के अंतर्गत गीले-सूखे एवं हानिकारक कचरे को अलग-अलग तथा सिंगल यूज पॉलिथीन का निम्न प्रयोग करने और सिंगल यूज्ड पॉलीथिन को एकत्रित करके सफाई कर्मचारियों को देने तथा पॉलिथीन को बिल्कुल भी न जलाने का संदेश भी दिया जा रहा है।
इसके अलावा, नगर निगम के सहायक अभियंता राजेंद्र कुमार सैनी ने बताया कि ऊना शहर में अभी तक 1460 घरों का सर्वे पूरा कर लिया गया है तथा पूर्व नगर परिषद का वार्ड नंबर 8 को पूरा कर लिया गया है।