चण्डीगढ़, 10.02.25- : चण्डीगढ़ व्यापार मंडल (सीबीएम) ने व्यावसायिक संपत्तियों में भवन उल्लंघनों पर जुर्माने की दरों में की गई मनमानी वृद्धि की कड़ी निंदा की है। सीबीएम के मुताबिक यह कदम व्यापारियों और कारोबारियों के हितों के खिलाफ है और इसे एक पीछे ले जाने वाला फैसला करार दिया है।
सीबीएम की आज हुई बैठक, जिसमें अध्यक्ष संजीव चड्ढा, मुख्य संरक्षक सतपाल गुप्ता, उपाध्यक्ष सह आधिकारिक प्रवक्ता दिवाकर सहूंजा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष नारंग, मुख्य सलाहकार भूपिंदर नराड़, वित्त सचिव राधेलाल बजाज, कार्यकारिणी सदस्य आनंद स्याल और अनिल जैन शामिल थे, में यह स्पष्ट किया गया कि वर्तमान बिल्डिंग बाईलॉज़ न केवल पुराने हो चुके हैं बल्कि ये शहर में व्यावसायिक गतिविधियों के विस्तार में बाधा बन रही हैं। ऐसी स्थिति में अधिकारियों द्वारा जुर्मानों में कठोर वृद्धि करना व्यापार को हतोत्साहित करने वाला निर्णय है।
सीबीएम ने प्रशासन से भवन उपविधियों की समीक्षा और संशोधन करके व्यापार हितैषी और समयानुकूल बिल्डिंग बाईलॉज़ लागू करने, जुर्मानों की दरों में कोई भी परिवर्तन करने से पहले व्यापारियों, कारोबारियों और निवासियों से संवाद किए जाने व चंडीगढ़ को एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र बनाने हेतु व्यापार को बढ़ावा देने वाली नीतियां बनाने की मांगे की।
सीबीएम ने प्रशासन के साथ-साथ केंद्र सरकार से अपील की है कि वे जुर्माने की दरों में प्रस्तावित मनमानी वृद्धि पर पुनर्विचार करें और इसके बजाय चंडीगढ़ में व्यापार के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने की दिशा में कदम उठाएँ।