PANCHKULA, 27.09.24-हिंदी भाषा व साहित्य को समृद्ध करने वाली अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक पत्रिका कवितावली के अक्तूबर अंक का विमोचन विश्व विख्यात बांसुरी वादक बलजिंदर सिंह बल्लू के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ। उनके साथ विशिष्ठ अतिथि के रूप में इंदौर के तेजिंदर पाल सिंह सलूजा उपस्थित रहे।

विमोचन के इस अवसर पर ग्रेट ब्रिटेन से मुख्य संपादक श्री सुरेश पुष्पाकर, संयुक्त संपादक कवयित्री संतोष गर्ग, प्रो. अलका कांसरा, जापान से देश प्रमुख सुदेश मोदगिल नूर, सलाहकार समिति से ईनू शर्मा, डॉ. सुभाष भास्कर, गणेश दत्त बजाज, निर्लेप होरा व कैनेडा से प्रसिद्ध गायिका मीता खन्ना, यू एस से वीणा विज भी ऑनलाइन विशेष कर जुड़े रहे।

मुख्य अतिथि बलजिंदर सिंह बल्लू ने कहा कि मुझे गिटार बजाने का बहुत शौक था परंतु गिटार बहुत महंगी थी। पैसे की कमी के कारण मैंने बांसुरी बजाना शुरू किया। उन्होंने अपने प्रिय गीत तेरे मेरे होठों पर मीठे- मीठे गीत मितवा, पंख होते तो उड़ आती रे, हे नीले गगन के तले गीत, बांसुरी की मधुर धुन पर सुनाए।
पत्रिका में प्रकाशित विश्व भर के साहित्यकारों ने बल्लू के सूफियाना बांसुरी वादन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
फगवाड़ा से डॉक्टर जवाहर धीर ने मुख्य संपादक सुरेश पुष्पाकर की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैंने अपने लेखन एवं पत्रकारिता के 50 वर्षों में ऐसी पत्रिका नहीं देखी जैसी कवितावली पत्रिका आपके कुशल संपादन में निकल रही है। आपका संपादन न सिर्फ प्रशंसनीय है अपितु कभी भी न भूलने वाला भी है।