ऊना, 30 मार्च. हरोली विधानसभा क्षेत्र के किसानों के लिए एक बड़ी सौगात मिली है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के सतत प्रयासों से 75 करोड़ रुपये की बीत क्षेत्र सिंचाई योजना-2 को केंद्र सरकार की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। इस योजना के तहत 90 फीसदी वित्तीय सहयोग केंद्र सरकार और 10 फीसदी राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण योजना से हरोली के बीत क्षेत्र के लगभग 22 गांवों को सीधा लाभ मिलेगा और लगभग 50 हजार कनाल कृषि भूमि सिंचित होगी।
उपमुख्यमंत्री ने रविवार को ऊना में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि योजना के अंतर्गत 12 जल संग्रहण टैंक बनाकर खेतों में पानी पहुंचाया जाएगा।
*केंद्रीय मंत्री का आभार, अधिकारियों की थपथपाई पीठ*
उल्लेखनीय है कि इस परियोजना की स्वीकृति के सिलसिले में उपमुख्यमंत्री ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री से कई बार मुलाकात की और प्रदेश का पक्ष मजबूती से रखा। डीपीआर की मंजूरी के लिए संबंधित मंत्रालय के अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें की गईं, जिसका सकारात्मक परिणाम इस ऐतिहासिक स्वीकृति के रूप में सामने आया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए राज्य सरकार और विभागीय अधिकारियों की सराहना की, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्य को मूर्त रूप देने में अथक प्रयास किए। उन्होंने जलशक्ति विभाग के ऊना के सभी अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने इस योजना को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत की है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि पहले चरण में 42 करोड़ रुपये की बीत क्षेत्र उठाऊ सिंचाई योजना के तहत 9 गांवों को कवर किया गया था, जिससे 29 हजार कनाल भूमि को सिंचाई सुविधा मिली।
श्री अग्निहोत्री ने कहा कि एक समय बीत क्षेत्र पानी की भारी समस्या से जूझ रहा था। हमने वादा किया था कि इस समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा। हमें संतोष है कि इसमें बड़ी कामयाब मिली है। आज इस क्षेत्र में एक से बढ़कर एक नगदी फसलें हो रही हैं और लोग कृषि कार्यों में सक्रिय हैं। गांव गांव ट्यूबवेल लगाए गए हैं, जहां ट्यूबवेल नहीं पहुंचे, वहां इस योजना के तहत जल उपलब्ध कराया जाएगा। बीत सिंचाई योजना-2 के पूरा होने पर इस क्षेत्र का हर गांव मुख्यधारा से जुड़ जाएगा।
*हरोली में जल आपूर्ति और सिंचाई के निर्णायक कार्य, खर्चे जा रहे 325 करोड़*
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इसके अलावा हरोली विधानसभा क्षेत्र में जल आपूर्ति और सिंचाई के क्षेत्र में युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। इन परियोजनाओं पर 325 करोड़ रुपये की लागत आ रही है। बीत क्षेत्र में 66 करोड़ रुपये की योजनाएं पूरी की जा चुकी हैं। पोलियां में 50 लाख लीटर क्षमता का जल संग्रहण टैंक बनाया गया है, जबकि दुलैहड़ में 25 लाख लीटर क्षमता का टैंक निर्मित किया गया है। पाइपलाइन बिछाने का कार्य भी किया गया है। बल्क ड्रग पार्क के लिए जल आपूर्ति की समुचित व्यवस्था की गई है।
वहीं, क्षेत्र के पुराने तालाबों और टोबों की रीचार्जिंग व्यवस्था के लिए 12 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। पेयजल आपूर्ति के लिए 105 करोड़ रुपये और सिंचाई के लिए 130 करोड़ रुपये की योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। क्षेत्र में नालों के तटीकरण पर 13 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं।
*जो वायदा किया...वो निभाया*
*डबल लेन होगा घालूवाल पुल*
हरोली क्षेत्र के चहुंमुखी विकास पर बल देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के आशीर्वाद से लगातार पाँचवीं बार निर्वाचित होने के बाद, इस बार उन्होंने दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं को प्राथमिकता से आगे बढ़ाने की ठानी थी। इनमें बीत क्षेत्र के लिए सिंचाई योजना 2 और पंडोगा-त्यूड़ी पुल का निर्माण करना शामिल था। पंडोगा-त्यूड़ी पुल की स्वीकृति के लिए केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर इसे स्वीकृति दिलाने का काम किया। आज 52 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन इस पुल का कार्य तीव्र गति से चल रहा है और शीघ्र ही जनता को समर्पित किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आगे घालूवाल पुल को डबल लेन करने का काम किया जाएगा, इससे यातायात सुगम होगा।
इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणजीत राणा, हरोली यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष शुभम जोशी, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता नरेश धीमान, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता हर्ष पूरी, जलशक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता हरोली पुनीत शर्मा, अधिशासी अभियंता ऊना राजेश शर्मा ऊना, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता हरोली बल देव उपस्थित रहे।