दीपावली का त्योहार खुशी, रोशनी और समृद्धि का प्रतीक है- बजरंग गर्ग

दीपावली अंधकार पर आन्तरिक, असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई का उत्सव है- बजरंग गर्ग

दीपावली का त्योहार धन की महादेवी माता लक्ष्मी जी के सम्मान में मनाया जाता है- बजरंग गर्ग

भगवान रामचंद्र जी ने रावण का वंध करने के बाद सीता माता व लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या में लौटे थे- बजरंग गर्ग

हिसार, 21.10.25- - अग्रोहा धाम में दीपावली के पावन पर्व पर विशेष पूजा व भंडारे का आयोजन अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग के नेतृत्व में किया गया। जिसमें भारी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। इस अवसर पर अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने पूजा अर्चना करने के उपरांत कहा कि देश व विदेश में दिपावली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। दीपावली का त्योहार खुशी, रोशनी और समृद्धि का प्रतीक है। दीपावली अंधकार पर आन्तरिक, असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई का उत्सव है। दीपावली का त्योहार धन की महादेवी माता लक्ष्मी जी के सम्मान में मनाया जाता है। बजरंग गर्ग ने का भगवान रामचंद्र जी ने रावण का वंध करने के बाद सीता माता व लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या में लौटे थे। इसी खुशी में गोकुल वासियों ने दीप जलाकर घर-घर खुशियां मनाई थी और हर घर में दीपावली मनाई थी।

दीपावली का मतलब रोशनी व दीपों का त्योहार कहा जाता है। दीपावली के त्योहार पर पूजा-पाठ करने से माता लक्ष्मी जी की विशेष कृप्या बनी रहती है। अग्रोहा धाम में 50 साल पुराना माता लक्ष्मी जी का शक्तिपीठ बना हुआ है। जिसकी भारी मान्यता देश व विदेश में है। देशवासियों की आस्था माता लक्ष्मी जी के शक्तिपीठ से जुड़ी हुई है।

बजरंग गर्ग ने कहा कि 22 अक्टूबर को अन्नकूट का प्रसाद लगाया जाएगा। इस अवसर पर घीसा राम गोयल, चूड़ियां राम गोयल, ऋषि राज गर्ग, अनन्त अग्रवाल, गौरव सिंगला, विनोद गोयल, लक्ष्मी आदमपूरिया, रवि सिंगला, ईश्वर गोयल, आनंद गोयल, पवन गर्ग आदि भक्तों ने मंदिर में पूजा की।