धर्मशाला, 15 नवम्बर: राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 की प्रगति, प्रभावशीलता एवं आगामी चरणों की समीक्षा करने के उद्देश्य से आज जिला स्तरीय समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठक उपायुक्त कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने की।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि तम्बाकू मुक्त समाज की दिशा में सभी विभागों की समन्वित भूमिका अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से युवाओं को अभियान के सक्रिय भागीदार बनाने, समुदाय आधारित निगरानी तंत्र को सुदृढ़ करने, तम्बाकू नियंत्रण कानूनों के प्रवर्तन को और सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतें स्व-मूल्यांकन के आधार पर तम्बाकू मुक्त गाँव प्रमाणन के लिए आवेदन कर सकती हैं। आवेदन ग्राम प्रधान द्वारा खंड चिकित्सा अधिकारी को भेजा जाएगा तथा इसकी प्रतिलिपि खंड विकास अधिकारी को दी जाएगी। उन्होंने सभी बीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि आवेदन प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर स्थानीय मूल्यांकन समिति का गठन किया जाए। यह मूल्यांकन समिति दस्तावेजों की जाँच, स्थल निरीक्षण तथा गतिविधियों की सत्यता का आकलन करके सिफारिशों सहित मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करेगी। जिसके पश्चात सत्यापन के आधार पर तम्बाकू मुक्त गाँव प्रमाणपत्र जारी किया जायेगा, जिसकी वैधता एक वर्ष होगी। उन्होंने कहा कि तम्बाकू विक्रेताओं के लिए लाइसेंसिंग व्यवस्था तथा खुले सिगरेट या बीड़ी जैसे तम्बाकू उत्पाद बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए।
तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डाॅ. अनुराधा ने बैठक में तम्बाकू मुक्त ग्राम प्रमाणन की प्रक्रिया तथा मूल्यांकन मानदंडों पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि ग्राम सभाओं की बैठकों में तम्बाकू नियंत्रण को शामिल करना अनिवार्य है। कम से कम 04 तम्बाकू नियंत्रण गतिविधियां वार्षिक रूप से आयोजित की जानी चाहिए और हर गांव में कम से कम 05 जागरूकता सामग्री, 03 तम्बाकू मुक्त क्षेत्र बोर्ड तथा आप तम्बाकू मुक्त गाँव में प्रवेश कर रहे हैं जैसे बोर्ड प्रदर्शित होने चाहिए।
बैठक में जिला चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आर.के. सूद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निशा, जिला पंचायत अधिकारी विक्रम ठाकुर, पीओ जिला ग्रामीण विकास अभिकरण भानु प्रताप सिंह, सहायक आयुक्त एक्साइज राजिंदर सिंह, सहायक आयुक्त खाद्य आपूर्ति डाॅ. सविता ठाकुर, उप जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी कुमार, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा अजय संब्याल, एसोसिएट प्रोफेसर रजनीश, डाइट प्रधानाचार्य राकेश शर्मा, सहायक चिकित्सा अधिकारी आयुष डाँ. अनीश भाटिया, एमएचआओ डाॅ. अंशुल, बीसीसी समन्वयक राजिंदर शर्मा तथा ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त खंड विकास अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।