चण्डीगढ़-24.11.25 : वागीश्वरी-ए ग्रुप ऑफ़ आर्टहॉलिक्स ने संस्कार भारती के सौजन्य से आज मिनी टैगोर थिएटर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम कराओके सिंगिंग, पोएट्री एन्ड डांस का आयोजन किया। कार्यक्रम में शहर के जाने-माने कवि कवियत्रियों एवं गायकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्कार भारती के मार्गदर्शक सौभाग्य वर्धन ने की।

कार्यक्रम का आयोजन व संचालन डॉक्टर मंजू चौहान ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यातिथि संस्कार भारती के सौभाग्य वर्धन, विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित शिक्षाविद प्रोफेसर जरनैल सिंह आनंद, वरिष्ठ कवि डॉ अनीश गर्ग, वाइस चेयरमैन, चंडीगढ़ साहित्य अकादमी, डॉ उर्मिल सखी और डॉ नीरज सैनी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

डॉक्टर मंजू चौहान ने न पंख से जानो न ही परवाज़ से जानो, तुम आज मुझको बस मेरी आवाज़ से जानो से कार्यक्रम का शानदार आगाज़ किया। कार्यक्रम की शुरुआत दिया सिंह के गीत तुम ही हो से हुई। के सरीन ने और इस दिल में क्या रक्खा है गाकर समा बांध दिया। नवीन देवान ने याद आ रहा है तेरा प्यार इस अंदाज़ में गाया कि लोगों के पैर थिरकने शुरू हो गए। कर्नल बीके शर्मा और नीलम शर्मा की दिल की नज़र से पर प्रस्तुति लाज़वाब रही। एसपी दुग्गल ने सब कुछ भुला दिया गाकर दशकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रेखा शर्मा के गीत हम प्यार में जलने वालों को सभी ने बहुत पसंद किया।

मनिंदर पाल सिंह, के पी सिंह, राज कुमार खोसला, जयदीप सिंह, शांति स्वरूप, अनुपम गुप्ता, अरुण अरोरा, पंकेश, एस पी दुग्गल, अनामिका, अनिरुद्ध सचदेवा, नरेश गौतम, निर्मलजीत सिंह, आरसी दास, राजेंद्र गुप्ता, दिया सिंह, डॉ राजू धीर, अनामिका, रेखा शर्मा, आदि ने अपनी खूबसूरत प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। राजू धीर के गीत की सभी ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। याशी शर्मा ने नैनों में बदरा छाए गाकर दर्शकों की तालियां लूटी। कामिनी सिंह की कविता मैं प्रेम लिखूं तो तुम वृंदावन समझना बहुत लाजबाव रही।