टीबी मुक्त भारत अभियान को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की बैठक आयोजित

उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में आज टीबी मुक्त भारत अभियान को लेकर राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की टीम और जिला प्रशासन के मध्य एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने की। राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से संयुक्त निदेशक राजेश गुलेरी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

बिलासपुर, 19 दिसम्बर: उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में आज टीबी मुक्त भारत अभियान को लेकर राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की टीम और जिला प्रशासन के मध्य एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने की। राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से संयुक्त निदेशक राजेश गुलेरी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान जिला बिलासपुर को टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य से केंद्र एवं राज्य सरकार की वचनबद्धताओं को समयबद्ध रूप से पूरा करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की गई तथा आगे की कार्ययोजना पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। राज्य स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला में टीबी केस फाइंडिंग प्रयासों को और अधिक तेज करने के लिए जिला प्रशासन से सहयोग का आह्वान किया। इसके साथ ही सुपरविजन एवं मॉनिटरिंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने, स्वास्थ्य कर्मियों को अधिक से अधिक प्रशिक्षण देने तथा उपलब्ध मैनपावर की क्षमता बढ़ाने पर भी चर्चा की गई।
बैठक में जिला स्तर पर अधिक से अधिक निक्षय शिविर आयोजित करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए गए। इसके अतिरिक्त टीबी के मामलों की प्रभावी पहचान के लिए आईटी टूल्स के अधिकतम उपयोग पर भी बल दिया गया। निजी क्षेत्र के अस्पतालों एवं चिकित्सकों को केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के अनुरूप इस अभियान में अधिक से अधिक शामिल करने पर चर्चा की गई। साथ ही एम्स बिलासपुर में डेजिग्नेटिड टीबी वार्ड स्थापित करने के प्रस्ताव पर भी विचार-विमर्श हुआ।
उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि टीबी मरीजों को सामाजिक एवं आर्थिक सहयोग प्रदान करने के लिए जिला में अधिक से अधिक निक्षय मित्र जोड़े जाएंगे। सीएसआर के माध्यम से टीबी मरीजों को आवश्यक किट्स उपलब्ध करवाई जाएंगी, जिससे उपचार प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी। उपायुक्त ने जिला प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य विभाग को एनएएटी एवं हैंडहेल्ड मशीनें उपलब्ध करवाने की बात भी कही, ताकि केस फाइंडिंग प्रक्रिया को और अधिक सुदृढ़ किया जा सके।
बैठक में उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि टीबी मुक्त भारत अभियान को जन-आंदोलन का स्वरूप देने के लिए अधिक से अधिक वॉलिंटियर्स को जोड़ा जाए तथा गैर-सरकारी संगठनों को भी इस अभियान से सक्रिय रूप से जोड़ा जाए, ताकि सामूहिक प्रयासों से जिला बिलासपुर को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।

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सीडीपीओ सदर के तहत आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के 5 पद अधिसूचित

बिलासपुर, 19 दिसम्बर: बाल विकास परियोजना अधिकारी सदर सत्या ठाकुर ने बताया कि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के रिक्त 5 पदों को भरा जाना है, जिनमें आंगनबाडी कार्यकर्ता के 2 तथा सहायिकाओं के 3 पद शामिल है।
उन्होंने बताया कि आंगनबाडी कार्यकर्ता का एक-एक पद ग्राम पंचायत भाखडा के आंगनबाडी केन्द्र भाखडा-2, ग्राम पंचायत ग्वालथाई के आंगनबाडी केन्द्र समतेहण-1 में भरा जाएगा। उन्होंने बताया कि आंगनबाडी सहायिकाओं के एक-एक पद को ग्राम पंचायत मंडयाली के आंगनबाडी केन्द्र निमावाली, ग्राम पंचायत दबट के आंगनबाडी केन्द्र दबट-1 तथा आंगबाडी केन्द्र दबट-3 में भरा जाएगा।
उन्होंने बताया कि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के इन पदों के लिए प्रार्थी सम्बन्धित आंगनबाडी केन्द्र द्वारा लाभान्वित सर्वेक्षेत्र तथा हिमाचल प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए। शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास, आयु 18 से 35 वर्ष के मध्य तथा परिवार की वार्षिक आय 50 हजार रुपये से अधिक ना हो एवं इस सम्बन्ध मंे आय प्रमाण पत्र कार्यकारी दण्डाधिकारी द्वारा जारी किया गया हो।
उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए प्रार्थी 02 जनवरी, 2026 सांय 5 बजे तक अपना आवेदन सभी आवश्यक दस्तावेजों सहित कार्यालय में जमा करवा सकते है। उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए साक्षात्कार 06 जनवरी, 2026 को प्रातः 10 बजे एसडीएम कार्यालय श्री नैना देवी जी स्थित स्वारघाट में लिया जाएगा।