हमीरपुर 06 अक्तूबर। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह के नेतृत्व में प्रदेश सरकार जल शक्ति विभाग के माध्यम से पेयजल, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और सीवरेज योजनाओं के लिए अरबों रुपये का प्रावधान कर रही है। पिछले पौने दो वर्षों के दौरान अकेले जिला हमीरपुर में ही अरबों रुपये की पेयजल एवं सिंचाई योजनाएं के कार्य आरंभ किए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में जिला हमीरपुर को अक्सर पेयजल की कमी वाले क्षेत्रों में गिना जाता था। लेकिन, पिछले पौने दो वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार जिला हमीरपुर के सभी क्षेत्रों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए जल शक्ति विभाग युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है और इसके बहुत ही सराहनीय परिणाम सामने आ रहे हैं।
जल जीवन मिशन के तहत जिला हमीरपुर के लिए 66 पेयजल योजनाएं मंजूर की गई थीं, जिनमें से 23 योजनाएं पूरी कर ली गई हैं और 43 योजनाओं के कार्य तेजी से पूर्ण करवाए जा रहे हैं।
नाबार्ड के तहत जिला हमीरपुर को लगभग 144 करोड़ रुपये की 24 पेयजल योजनाएं, 19 सिंचाई योजनाएं और 5 बाढ़ नियंत्रण योजनाएं मंजूर की गई हैं, जिनमें से 102 करोड़ रुपये की राशि खर्च भी की जा चुकी है।
ए.डी.बी. की मदद से जिला की 4 पेयजल योजनाओं के लिए 72 करोड़ 76 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। विशेष सहायता योजना के तहत जिला हमीरपुर के लिए कुल 309 करोड़ रुपये की 6 योजनाओं को मंजूरी प्रदान की गई है। बड़सर विधानसभा क्षेत्र की पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए एन.डी.बी. की मदद से 137 करोड़ रुपये की योजना का कार्य आरंभ किया जा रहा है। जोल सप्पड़ में बनाए जा रहे डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कालेज हमीरपुर के नए कैंपस के लिए भी एक अलग पेयजल योजना का कार्य युद्ध स्तर पर करवाया जा रहा है।
अनुसूचित जाति उपयोजना के माध्यम से भी जिला के लिए 14 करोड़ 90 लाख रुपये की 19 पेयजल योजनाएं मंजूर की गई थीं, जिनमें से 8 योजनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसी उपयोजना के तहत 5 सिंचाई योजनाओं पर करीब 2 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत जिला हमीरपुर के लिए 157 करोड़ 56 लाख रुपये की 3 सिंचाई योजनाएं स्वीकृत हुई हैं, जिनमें से 2 योजनाओं का कार्य पूर्ण हो चुका है। एच.पी.शिवा परियोजना के अंतर्गत जिला में लगभग 686 हैक्टेयर भूमि पर सिंचाई सुविधाओं के लिए 38 करोड़ 62 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं।
प्रदेश सरकार के इन सभी योजनाओं के परिणामस्वरूप आज जिला हमीरपुर के सभी 1889 गांवों के सभी एक लाख 12 हजार 534 घरों को 188 पेयजल योजनाओं के माध्यम से पर्याप्त पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। 59 सिंचाई योजनाओं से लगभग 4 हजार हैक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा नगर परिषद हमीरपुर और सुजानपुर, नगर पंचायत नादौन और भोटा के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में सीवरेज योजनाओं पर भी करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं।
इस प्रकार, जिला हमीरपुर अब पेयजल की कमी वाले क्षेत्रों की सूची से बाहर आ चुका है और यहां के बाशिंदों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध हो रहा है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के दूरदर्शी एवं सशक्त नेतृत्व और विकासात्मक सोच के कारण ही यह संभव हुआ है।