अनुसूचित जाति आयोग फरवरी से करेगा जिलावार बैठकें : कुलदीप धीमान
ऊना, 23 जनवरी. हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप धीमान ने कहा कि आयोग फरवरी से अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर जिलावार बैठकें करेगा। उन्होंने यह जानकारी गुरुवार को रामपुर स्थित एससी आयोग कार्यालय में आयोजित बैठक के बाद दी।
श्री धीमान ने बताया कि इन बैठकों में संबंधित विधानसभा क्षेत्र के विधायकों के साथ लोगों की समस्याएं सुनी जाएंगी और समाधान के लिए सरकार के समक्ष रखा जाएगा। इस कड़ी में पूर्व में कुल्लू जिला में आयोजित बैठक के सकारात्मक परिणाम रहे हैं।
बैठक में अनुसूचित जाति वर्ग के हितों की सुरक्षा और कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा की गई। इसमें मुख्य रूप से एससी एक्ट में नए प्रावधानों की आवश्यकता और दलित वर्ग के अधिकारों की रक्षा के उपायों पर जोर दिया गया।
श्री धीमान ने बताया कि राज्य सरकार ने महर्षि वाल्मीकि कामगार आवास योजना को मंजूरी दी है। यह योजना वाल्मीकि समुदाय के उन लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जिनके पास अपना घर नहीं है। हालांकि, जिनके पास जमीन नहीं है, वे इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इस मुद्दे को सरकार के सामने रखा जाएगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री श्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण के लिए उठाए महत्वपूर्ण कदमों के लिए प्रदेश सरकार का आभार जताया।
इस अवसर पर आयोग के सदस्य अधिवक्ता विजय डोगरा, अधिवक्ता दिग्विजय मल्होत्रा, सहायक आयुक्त और आयोग के सदस्य सचिव वरिंद्र शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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पशु चिकित्सालय ललड़ी की बड़ी उपलब्धि, 7 किलोग्राम के जटिल मूत्रमार्गीय ट्यूमर का ऑपरेशन कर पशु को दिया नया जीवन
ऊना, 23 जनवरी. ऊना जिले के पशु चिकित्सालय ललड़ी ने पशु चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल के डॉक्टरों की कुशल टीम ने 7 किलोग्राम के जटिल मूत्रमार्गीय ट्यूमर का सफल ऑपरेशन कर पशु को नया जीवन दिया। इस जटिल ऑपरेशन को डॉ. मनोज शर्मा और डॉ. अनूप रुथवाल की टीम ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन विभाग, ऊना के उप निदेशक डॉ. विनय कुमार शर्मा ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि पशु चिकित्सालय ललड़ी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के लिए ऊना, कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर और पंजाब के कई हिस्सों के पशुपालकों के लिए एक प्रमुख केंद्र बन चुका है। यहां विश्वस्तरीय तकनीकों और उपकरणों का उपयोग कर जटिल सर्जरी और अन्य उपचार किए जा रहे हैं।
*आधुनिक सुविधाओं से लैस है अस्पताल
पशु चिकित्सालय के वेटनरी ऑफिसर डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि अस्पताल में ट्यूमर के अलावा कैंसर, बांझपन और गर्भनिरोधक जैसे ऑपरेशन फॉरेन तकनीक से किए जाते हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम में उनके साथ डॉ. अनूप रुथवाल (वेटरनरी गायनोकोलॉजिस्ट), डॉ. नेहा चौहान (वेटरनरी मेडिसिन विशेषज्ञ) और डॉ. मोनिका ठाकुर (वेटरनरी पैथोलॉजिस्ट) शामिल हैं।
यहां इलास्टोग्राफी और ईको कार्डियोग्राफी की सुविधा भी है, जिससे दिल की बीमारियों का इलाज भी आधुनिक विधियों से किया जाता है। नरम ऊतक सर्जरी, आंख-कान-दांत, आर्थोपेडिक सर्जरी, वक्ष शल्य चिकित्सा और कठिन प्रसव का इलाज भी यहां किया जाता है। अस्पताल में खून की जांच, क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री और अन्य प्रयोगशाला परीक्षण की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
*चिकित्सीय सेवाओं में किया जाता है यूरोपीय मानकों का पालन
डॉ. शर्मा ने बताया कि यहां ऑर्थोपेडिक सर्जरी, सॉफ्ट टिशू सर्जरी, हृदय सर्जरी, ट्यूमर सर्जरी और जन्म नियंत्रण सर्जरी जैसी जटिल प्रक्रियाएं भी सफलता से की जा रही हैं। यूरोपीय मानकों के अनुसार इनहेलेशन एनेस्थीसिया, ऐसप्टिक प्रक्रियाओं और सर्जरी के दौरान मल्टीपैरामीटर मॉनिटरिंग का उपयोग यहां की सर्जरी को सुरक्षित और प्रभावी बनाता है।
इसके अलावा अस्पताल से जुड़ी मोबाइल वेटरनरी वैन के जरिए भी क्षेत्र में पशुओं की चिकित्सा सेवा प्रदान कर रही है। इसके लिए लोग टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के प्रयासों से पशु चिकित्सालय ललड़ी का निर्माण करीब 2 कनाल भूमि पर 2 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इसमें आधुनिक सेवाएं पशुपालकों के घर द्वार पर उपलब्ध हो रही हैं। यह संभव हुआ है। यहां जटिल बीमारियों का इलाज, कठिन सर्जरी के साथ-साथ पशुओं के प्रजनन और पोषण के बारे में भी पशुपालकों को सलाह दी जाती है। अपनी विशेषज्ञ सेवाओं, आधुनिक सुविधाओं और उपकरणों के चलते यह अस्पताल न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पंजाब के भी कई जिलों के पशुपालकों के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान बन चुका है।
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रावमापा कुठार कला में खंड स्तरीय जागरूकता शिविर
स्कूली बच्चियों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान और मासिक धर्म स्वच्छता पर किया जागरूक
ऊना, 23 जनवरी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिमाचल प्रदेश के अंतर्गत समेकित बाल विकास परियोजना ऊना ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुठार कला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान और मासिक धर्म स्वच्छता पर खंड स्तरीय जागरूकता शिविर आयोजित किया। शिविर की अध्यक्षता पर्यवेक्षक वृत फतेहपुर नानकी देवी ने की।
पर्यवेक्षक नानकी देवी ने बताया कि सुदृढ़ नींव के लिए उचित पोषण आवश्यक होता है। कुपोषण मुक्त भारत की परिकल्पना साकार करने के लिए सभी तक उचित पोषण पहुंचाना आवश्यक है। पोषण अभियान का मूल उद्देश्य किशोर, किशोरी, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को निर्धारित पोषण के विषय में जागरूक बनाना तथा उन्हें उचित पोषण उपलब्ध करवाना है। उन्होंने बच्चों को बेटी बचायो बेटी पढ़ायो अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा लड़कियों को अच्छा स्पर्श और बुरा स्पर्श के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों की सफलता के लिए जहां जन जन का सहयोग आवश्यक है वहीं जनप्रतिनिधियों, स्कूल प्रबंधन समितियों, सरकारी विभागों, सामाजिक संगठनों तथा समस्त सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की समावेशी भागीदारी अपेक्षित है।
इस जागरूकता शिविर में आयुर्वेदिक विभाग से डॉ पल्लवी शर्मा ने बच्चों को मासिक धर्म स्वच्छता और अनीमिया के बारे मे जानकारी दी। इसके अलावा बच्चियों को उनके खाने-पीने तथा माहवारी के दिनों में किस चीज का ध्यान रखना चाहिए उसके बारे में अवगत करवाया। उन्होंने पोषण के ऊपर जोर देते हुए बच्चों को समझाया कि अगर हमारा खान-पान सही रहेगा तो बच्चों में एनीमिया की कमी दूर होगी।
इन्हें किया सम्मानित
जागरूकता शिविर में बच्चों के लिए नारा लेखन तथा भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। नारा लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मुस्कान, दूसरा स्थान अंशिका तथा तीसरा शीतल और भाषण प्रतियोगिता में कोमल, रिया तथा अंजली ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता में अव्वल रहे प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य रमन बिज, प्रधान अनु वाला, पर्यवेक्षक कंचन देवी, आशा देवी, कुलबीर कौर सहित समस्त स्कूली स्टाफ उपस्थित रहा।
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टांडा रेंज में 30 व 31 जनवरी होगा फायरिंग अभ्यास
धर्मशाला, 23 जनवरी। सहायक आयुक्त सुभाष गौतम ने बताया कि टांडा फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना द्वारा 30 व 31 जनवरी को प्रातः 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक फायरिंग का अभ्यास किया जाएगा। उन्होंने ग्राम पंचायत कोहाला, कच्छयारी, खोली, घुरकड़ी व साथ लगते क्षेत्रों के लोगों से अपील की है कि इस दौरान वह फायरिंग रेंज में न स्वयं जाएं तथा अपने पालतु पशुओं को भी न जाने दें ताकि किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि से बचा जा सके।