धर्मशाला, 29 जनवरी। अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने स्वास्थ्य तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेशन नियमित तौर पर आयोजित किए जाएंगे तथा सभी स्कूलों में हर महीने इस प्रकार के कम से कम चार सेशन होने चाहिए तथा विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का रिपोर्ट कार्ड भी तैयार करना चाहिए ताकि जिन बच्चों में प्रारंभिक तौर पर किसी बीमारी के लक्षण पाए जाएं उनका सही समय पर उपचार भी संभव हो सके। अतिरिक्त उपायुक्त ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत रोगियों को सभी सरकारी अस्पतालों व मेडीकल कालेज टांडा में प्राथिकत्ता के आधार पर उपचार मुहैया करवाने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी व टांडा मेडिकल कालेज के एचओडी बाल विशेषज्ञ को निर्देश दिए हैं।.
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम 30 चिन्हित बीमारियों के लिए 0 से 19 साल तक बच्चों का इस प्रोग्राम के अंतर्गत मुफ्त निदान एवं उपचार किया जाता है अतः यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा बिना उपचार के ना रहे।
एनआईसी के सभागार में जिला स्तरीय स्कूल स्वास्थ्य एवं कल्याण समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीसी ने कहा कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला कांगड़ा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 19 नई दिशा केंद्र आरंभ किए गए हैं इसमें किशोर किशोरियों के लिए काउंसलिंग तथा क्लीनिकल सर्विसेज उपलब्ध करवाई जाती हैं इन सर्विसेस को देने के लिए इन नई दिशा केंद्रों में प्रशिक्षित स्टाफ उपलब्ध है इस बारे में बच्चों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें ताकि वह इस सुविधा का लाभ उठा सकें हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त ने विभाग को प्रोग्राम के अंतर्गत प्रशिक्षित टीचर का डाटा तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विज्ञान विषय के सभी शिक्षक हेल्थ एंड वैलनेस एम्बेसडर के रूप में ट्रेंड होने चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग अप्रशिक्षित शिक्षकों का भी डाटा तैयार करे और चरणबद्ध तरीके से सभी को हेल्थ एंड वैलनेस एम्बेसडर बनने का प्रशिक्षण दिया जाए।
उन्होंने कहा कि छठी से 12वीं कक्षा तक के सभी बच्चों के लिए प्रत्येक स्कूल में सुझाव पेटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों के मन में किसी भी प्रकार की शंका या सुझाव हो तो वह कागज में लिख कर सुझाव पेटी में डाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के सुझाव पर अगले सेशन में उस विषय के पर चर्चा हो सके, ऐसी प्रथा स्कूलों में विकसित हो। बैठक के दौरान अतिरिक्त उपायुक्त ने मासिक धर्म स्वच्छता कार्यक्रम और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की प्रगति की सराहना की।
इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनुराधा द्वारा स्कूल हेल्थ एवं वैलनेस प्रोग्राम के ऊपर विस्तार पूर्वक जानकारी उपलब्ध करवाई। उन्होंने कहा कि हर महीने खंड स्तर पर स्कूलों में एक हेल्थ एंड वैलनेस डे मनाया जाता है जिसके अंतर्गत बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न विषयों के ऊपर जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवम परिवार कल्याण विभाग से मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश सूद, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनुराधा, बाल विशेषज्ञ डॉ. सीमा (एचओडी पीडियाट्रिक्स टांडा), उप निदेशक उच्च शिक्षा, उपनिदेशक एलीमेंट्री शिक्षा, डीपीओ आईसीडीएस- अशोक शर्मा, डाइट अधिकारी, उप निदेशक समग्र शिक्षा, आदि उपस्थित थे।