धर्मशाला, 31 जनवरी। एडीएम डा हरीश गज्जू ने कहा कि कांगड़ा जिला के प्रमुख शक्ति पीठों के लिए आपदा प्रबंधन योजनाएं तैयार की जाएंगी ताकि नवरात्रों या अन्य अवसरों पर श्रद्वालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हो सकें। शुक्रवार को मिनी सचिवालय में आपदा प्रबंधन की इंटर एजेंसी ग्रुप की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीएम डा हरीश गज्जू ने कहा कि जिला कांगड़ा की 100 पंचायतों के लिए आपदा प्रबंधन योजना भी तैयार करने का निर्णय लिया गया है इसमें पंचायती राज संस्थाओं तथा स्थानीय नागरिकों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला के 31 सरकारी डिग्री कॉलेजों की आपदा प्रबंधन योजना तैयार करने का भी निर्णय लिया गया है इसके साथ ही कांगड़ा जिला के सभी स्कूलों तथा महाविद्यालयों में वर्ष में चार-चार माॅक ड्रिल आयोजित की जाएंगी ताकि बच्चे आपदा प्रबंधन को लेकर जागरूक हो सकें।
एडीएम ने कहा कि आपदा प्रबंधन में आम जनमानस की भागीदारी अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब तक आपदा प्रबंधन को गांव और परिवार के स्तर पर नहीं अपनाएंगे, तब तक पूर्ण रूप से आपदाओं के जोखिम को कम नहीं किया जा सकता।
उन्होंने बताया कि इस तरह की आपदाओं से बचने के लिए पूर्व तैयारी ही एक मात्र उपाय है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण निरंतर विभिन्न स्तरों पर क्षमता निर्माण का कार्य कर रहा है। जिला प्रशासन सभी हितधारकों के साथ मिलकर एक मजबूत और प्रभावी रणनीति लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि सामुदायिक स्तर पर आपदा प्रबंधन को मजबूत करने के लिए प्रशासन, शैक्षणिक संस्थानों और संगठनों को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर इंटर एजेंसी ग्रुप का पुनर्गठन भी किया जाएगा इसमें हरजीत भुल्लर को संयोजक और अजय कुमार कांगड़ा सह-संयोजक होंगे।
बैठक में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के समन्वयक रोबिन कुमार एवं कुलदीप सिंह सहित लगभग 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों स्वैच्छिक संगठनों, सरकारी एजेंसियों एवं शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल थे।