चण्डीगढ़, 04.04.25- : भक्ति आने के बाद ही मनुष्य का जीवन सफल होता है। राम की कथा वर्तमान कलिकाल में मां कालिका से भी आगे है। आज के समय में राम कथा लोगों को ऊर्जा दे रही है। यह विचार कथावाचक प्रेममूर्ति पूज्य संतोष जी महाराज (अयोध्या धाम वाले) ने से. 29 स्थित श्री साईं धाम में नवरात्री एवं रामनवमी के अवसर पर हो रही संगीतमय श्री रामकथा सुनाते हए व्यक्त किए। उन्होंने सभी भक्तजनों से राम के चरित्र पर चलने का आह्वान किया। कथावाचक ने कहा कि राम कथा सभी रोग की दवा है। जो गाएगा वही तर जायेगा। श्रीराम कथा की महिमा तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस के रूप में हमारे बीच उपस्थित है। हम सब अपने जीवन में श्रेष्ठ आचरण करें। इसके अलावा हमारा आचार, विचार, व्यवहार भी श्रेष्ठ होना चाहिए। सत्संग आनंद और कल्याण की जड़ है। सत्संग के बिना विवेक नहीं होता है। दुष्ट भी सतसंगति पाकर सुधर जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि नवरात्री के कार्यक्रमों के चलते श्री साई धाम को बेहद फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है तथा जबरदस्त लाइटिंग की गई है जोकि देखते ही बनती है। ६ अप्रैल तक चलने वाली कथा में यजमान बनने के लिए भक्तों में भारी उत्साह है। रामकथा में कथावाचक प्रतिदिन सांय 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक कथा वाचन करते हैं जबकि कथा से पूर्व रोजाना सांय 4 बजे से से सांय 6 बजे तक मंडप पूजन किया जाता है।