चण्डीगढ़, 20.04.25- : श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर, सैक्टर 29-ए द्वारा श्रीम‌द्भागवत महापुराण कथा सप्ताह के अंतिम दिवस को आज कथा व्यास श्री रमेश भाई शुक्ला ने कहा कि श्रीमदभागवत साक्षात कल्पवृक्ष है। यह शब्द रूप में स्वयं श्रीकृष्ण हैं। इसलिए इसके श्रवण से मोक्ष मिल जाता है। इस आयोजन का सौभाग्य जन्म जन्मांतर के पुण्यों से प्राप्त होता है। जिस प्रकार से सूर्य संपूर्ण सृष्टि में अंधकार का नाश कर प्रकाश का प्रादुर्भाव करता है उसी प्रकार श्रीमद् भागवत महापुराण मनुष्य के मन में व्याप्त अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर ज्ञान का प्रकाश करता है।
भागवत सप्ताह एक अनुष्ठान है। ईश्वर की अनुकम्पा होने पर ही सत्संग का लाभ मिलता है।

श्रीमद्भागवत कथा कृष्ण भगवान की शब्दावली है जिसमें सभी पुराण, चारों वेदों तथा छह शास्त्रों का संपूर्ण ज्ञान इस भागवत महापुराण में अंकित है। भागवत श्रवण मन को पवित्र करने का एक मात्र उपाय है। लाखों पुण्यों तथा सद्कर्म के बाद ही व्यक्ति के मन में भागवत कथा सुनने की इ'छा जागृत होती है। भागवत सुनने के लिए आकाश में देवता आकर स्थिर हो जाते हैं और भागवत श्रवण करते हैं, क्योंकि यह सौभाग्य स्वर्गलोक में नहीं है। जिसे भागवत श्रवण का अवसर नहीं मिलता उसका जीवन पशुतुल्य है।

इस अवसर पर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष विनोद चड्ढा एवं अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।