3000 मीटर से ऊपर ट्रैकिंग गतिविधियों पर रोक, डीसी ने जारी किए आदेश

कम ऊंचाई वाले ट्रैकिंग रूट के लिए भी लेनी होगी पूर्व अनुमति

धर्मशाला, 26 नवम्बर। कांगड़ा जिले में 3 हजार मीटर से ऊपर की सभी ट्रैकिंग गतिविधियों को आगामी आदेश तक पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया गया है। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने इसकी अनुपालना को लेकर आज एक आदेश जारी किया है। उन्होंने शरद ऋतु को देखते हुए जिले में ट्रैकिंग गतिविधियों को लेकर विशेष हिदायतें भी जारी की हैं। उन्होंने कहा कि करेरी, त्रिउंड और आदि हिमानी चामुंडा मार्गों पर ट्रैकिंग की अनुमति के लिए पुलिस अधीक्षक, कांगड़ा के कार्यालय से पूर्व अनुमति के प्राप्त करना अनिवार्य होगा। इसके कार्यान्वयन के लिए पुलिस अधीक्षक, कांगड़ा से कार्यालय में पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मी तैनात करने को कहा गया है। उनसे यह भी आग्रह किया गया है कि पुलिस कर्मी उपरोक्त मार्गों पर अनुमति देते हुए आईएमडी शिमला द्वारा जारी मौसम के पूर्वानुमान को अवश्य ध्यान में रखें। आदेश में पैराग्लाइडिंग करने वाले पायलट्स को भी धौलाधार के समीप उड़ान न भरने को कहा गया है। आदेश में यह भी कहा गया है कि आईएमडी शिमला द्वारा चेतावनी अथवा अलर्ट जारी किए जाने पर ट्रैकिंग मार्गों (करेरी, त्रिउंड, आदि हिमानी चामुंडा) के लिए प्रदान की गई सभी पूर्व अनुमति रद्द मानी जाएंगी। हालांकि आपदा प्रबंधन से जुड़ी एजेंसियों एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पर्वतारोहण केंद्र मैक्लोडगंज और पुलिस के खोज और बचाव दलों को उक्त निर्देश में छूट दी जाएगी।
पर्यटकों को दें जानकारी
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला पर्यटन अधिकारी को कांगड़ा जिले के पर्यटन व्यवसाय से जुड़े समस्त हितधारकों को उनके वहां ठहरने वाले सभी पर्यटकों को ट्रैकिंग गतिविधियों की पाबंदियों से अवगत कराने के निर्देश देने को कहा है। उन्हें उल्लंघन करने पर जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए दंडात्मक प्रावधानों के बारे में बताने को भी कहा गया है।
उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति पर आईपीसी की धारा 188 तथा आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 की धारा 51 से 60 के तहत कार्रवाई की जाएगी। यह हिदायतें आगामी आदेश तक लागू रहेंगी।

======================================

उपमंडल स्तर भी विकास कार्यों की समीक्षा को आयोजित होंगी बैठकें: डीसी
धीरा उपमंडल की विभिन्न पंचायतों में विकास कार्यों का किया निरीक्षण
आपदा प्रभावित परमार नगर, घराणा बच्छुबाई में लोगों की समस्याएं भी सुनीं

थुरल प्राइमरी स्कूल का किया निरीक्षण, बच्चों से भी हुआ संवाद

धर्मशाला, 26 नवंबर: उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि अब जिला में विकास कार्यों को गति देने के लिए उपमंडल स्तर भी नियमित तौर समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएंगी इसमें पंचायत में चल रहे विकास कार्योंे तथा राजस्व संबंधी मामलों की समीक्षा की जाएगी ताकि लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को फील्ड में विजिट करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि लोगों की समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित हो सके। मंगलवार को उपायुक्त हेमराज बैरवा ने धीरा उपमंडल में विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण करने तथा अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित करने के उपरांत कहा कि राजस्व कार्यों के निपटान के लिए सभी उपमंडलाधिकारियों के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया तथा सभी मामलों के समयबद्व निस्तारण के लिए कारगर कदम उठाएं।
उन्होंने कहा कि तकसीम, इन्तकाल, निशानदेही जैसे अनेक राजस्व संबंधी कार्यों के लिए लोगों को प्रतिदिन राजस्व अधिकारियों से मिलना पड़ता है। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आम आदमी को राजस्व सम्बन्धित मामलों में जल्द राहत प्रदान करने के प्रयास किए जाएं।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को भूमि से सम्बन्धित विषयों को सप्ताहवार एवं दैनिक आधार पर निपटाने करने की कोशिश करनी चाहिए। इसके साथ ही विकास खंड अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पंचायतों में विकास कार्यों का निरीक्षण भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए खंड विकास अधिकारी की भूमिका अहम होती है। उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को विकास के तय लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने पंचायतों में विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि का सदुपयोग करने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट के सही प्रबंधन से कूड़ा निष्पादन से संबंधित अत्याधिक समस्याओं का समाधान हो सकता है। इसलिए प्लास्टिक वेस्ट के प्रबंधन को लेकर आज ग्रामीण स्तर से ही कार्य करने की जरूरत है। गांवों में भूमि तलाश कर प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन युनिट का निर्माण सुनिश्चित करें।
उपायुक्त ने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन युनिट को लेकर सभी अधिकारी गंभीर प्रयास करें और आने वाले महिनों में यह इकाइयां धरातल पर दिखनी चाहिए।
उपायुक्त ने गत वर्ष आपदा से प्रभावित गांवों परमार नगर, घराणा बच्छुबाई में लोगों के भी मिले। इसके साथ ही थुरल प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण किया तथा बच्चों के साथ भी संवाद स्थापित किया। इस अवसर पर एसडीएम सलीम आजम तथा बीडीओ सिकंदर सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।

=============================

’संविधान दिवस पर अधिकारियों-कर्मचारियों को दिलाई शपथ
’ धर्मशाला 26 नवम्बर ।’ अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने संविधान दिवस के अवसर पर आज उपायुक्त कार्यालय परिसर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भारत के संविधान की उद्देशिका को सर्वोपरि रख कर उसकी भावना के अनुरूप काम करने की शपथ दिलाई।
उन्होंने सभी को संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारत की ताकत अपने महान संविधान में निहित है। इसी के बूते भारत आज प्रभुतासंपन्न, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतंत्रात्मक गणराज्य के तौर पर दुनिया का सबसे बड़ा व सशक्त प्रजातंत्र बना है, जो मजबूती से एकता के सूत्र में बंधा है।इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। उधर क्षेत्रीय अस्पताल में सीएमओ डा राजेश गुलेरी ने भी कर्मचारियों तथा अधिकारियों को भारत के संविधान की शपथ दिलाई।

=================================

डिफेंस पेंशनर के लिए 29 को स्पर्श आउटरीच कार्यक्रम

धर्मशाला, 26 नवम्बर। रक्षा लेखा महानियंत्रक के निर्देशानुसार भूतपूर्व सैनिक और पारिवारिक पेंशनर के वार्षिक पहचान तथा शिकायत समाधान के लिए स्पर्श आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। स्पर्श सेवा केंद्र, योल के प्रभारी अधिकारी नवदीप ठाकुर ने जानकारी दी कि योल छावनी के डीडब्ल्यूआई ऑडिटोरियम में 29 नवम्बर, 2024 को सुबह 9 बजे यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्पर्श आउटरीच प्रोग्राम के साथ डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में डिफेंस पेंशनर अपनी शिकायतों का निपटान और अपनी वार्षिक पहचान करवा सकते हैं। नवदीप ठाकुर ने सभी पेंशनरों से इस कार्यक्रम में भाग लेकर अधिक संख्या में इसका लाभ उठाने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इच्छुक पेंशनर अपने सभी जरूरी दस्तावेजों जैसे कि पेंशन बुक, डिस्चार्ज बुक, आई कार्ड, बैंक पास बुक, पीपीओ, आधार कार्ड, आदि की छायाप्रति लेकर आएं। इसके अलावा अपनी शिकायत से संबंधित आवश्यक दस्तावेज तथा आधार से लिंक मोबाइल को भी साथ लाएं।