चण्डीगढ़, 17.04.25- : देश में पुरुषों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा एनजीओ सेव इंडियन फैमिली ( एसआईएफ) महिला आयोग की तरह ही पुरुष आयोग का गठन करवाने के संघर्षरत्त है क्योंकि पुरुषों में बढ़ती आत्महत्याएं, पतियों की चौंकाने वाली हत्या की घटनाएं, कानूनों का दुरुपयोग और सरकार, न्यायपालिका व समाज द्वारा पुरुषों की उपेक्षा अब चिंताजनक स्तर पर पहुंच चुकी है। ये कहना हैं इस एनजीओ के चण्डीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष रोहित डोगरा का। वे आज यहां चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि इन गंभीर मुद्दों पर ध्यान दिया जाए। इन अन्यायों को उजागर करने और बदलाव की मांग को लेकर एनजीओ सेव इंडियन फैमिली द्वारा पुरुषों के लिए सत्याग्रह के बैनर तले एक शांतिपूर्ण धरना राजधानी दिल्ली स्थित जंतर-मंतर में 19 अप्रैल को आयोजित किया जाएगा जिसमें पूरे देश भर से एनजीओ के पदाधिकारी व सदस्यगण तथा पीड़ितजन भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि इसी सिलसिले में वे भी अपने अधिकाधिक साथियों के साथ एनजीओ के चण्डीगढ़ चैप्टर की ओर से इस प्रदर्शन में भाग लेने जाएंगे। उन्होंने ये कैसा महिला उत्थान, जो ले रहा पुरुषों की जान का नारा भी दिया।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत्त एनजीओ सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन के प्रयासों से ही दहेज़ के मामलों में धारा 498-ए के तहत दर्ज केसों में ससुरालियों की तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लग पाई थी। इस कुख्यात धारा के तहत दहेज़ के लिए प्रताड़ित करने को गैर-ज़मानती अपराध माना गया था ओर पुलिस बिना वारंट के भी ससुरालियों को गिरफ़्तार कर सकती थी।