धर्मशाला, 22 फरवरी। उपमुख्य सचेतक एवं अध्यक्ष हिमाचल पाॅवरलिफ्टिंग फेररेशन केवल सिंह पठानिया ने कहा कि राज्य में यह पहली बार हुआ है कि राज्य सरकार ने खिलाड़ियों के हितों को प्राथमिकता प्रदान कर उन्हें दी जाने वाली पुरस्कार राशि में ऐतिहासिक बढ़ोतरी की है ताकि खिलाड़ी प्रोत्साहित हो और युवा खेलों के साथ जुड़ सकें। प्रदेश में पहली बार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेलों में प्रदेश का नाम रोशन करने वाले मेधावी पदक विजेता खिलाड़ियों को राज्य सरकार द्वारा सम्मानित कर, उनके संघर्ष को उचित मान-सम्मान दिया जा रहा है। शनिवार को जलंधर में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में नेशनल पावर पाॅवरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में बतौर मुख्यातिथि उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि अब हिमाचल के खिलाड़ी नेशनल स्तर पर भी अपनी धाक जमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गत दिवस 5 दिसंबर, 2024 को शिमला में अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ियों के सम्मान में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेलों में प्रदेश का नाम रोशन करने वाले 21 पदक विजेताओं को 14.77 करोड़ रुपये की राशि बतौर पुरस्कार खिलाड़ियों को प्रदान की है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने खेल छात्रावासों में रहने वाले खिलाड़ियों को पहले 150 रुपये डाइट मनी खिलाड़ियों को दी जाती थी लेकिन अब 400 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा खिलाड़ियों को हवाई किराया भी प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन से हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। खिलाड़ियों का सम्मान, उसी परिकल्पना को साकार कर रहा है। इससे पूर्व, कोई खिलाड़ी कल्पना भी नहीं कर सकता था। उन्होंने कहा कि शारीरिक बाधाओं को पार कर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि को राज्य सरकार ने आम खिलाड़ियों के बराबर आठ गुना बढ़ाया है।
केवल सिंह पठानिया ने कहा कि ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक तथा पैरालंपिक प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि 3 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये की गई है। जबकि रजत पदक विजेताओं को राज्य सरकार द्वारा अब 2 करोड़ रुपये के स्थान पर 3 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 1 करोड़ रुपये के स्थान पर 2 करोड़ रुपये प्रदान किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों तथा पैरा एशियाई खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को दी जाने वाली पुरस्कार राशि में भी ऐतिहासिक वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि स्वर्ण पदक विजेताओं को दी जाने वाली पुरस्कार राशि को 50 लाख रुपये से बढ़ाकर 4 करोड़ रुपये किया है, जबकि रजत पदक विजेताओं को 30 लाख रुपये के स्थान पर 2.50 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेताओं को 20 लाख रुपये के स्थान पर 1.50 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं।
इसी प्रकार राष्ट्रमण्डल खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं को 50 लाख रुपये के स्थान पर 3 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेताओं को 30 लाख रुपये के स्थान पर 2 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 20 लाख रुपये के स्थान पर 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने दूसरे बजट में खिलाड़ियों की डाइट मनी को भी बढ़ाया है।
इस अवसर पर सुनंदा पठानिया, हर्षिका पठानिया, फेडरेशन के उपाध्यक्ष ध्रुव, सचिव अजित, नेशनल प्रेसीडेंट सतीश, फेडरेशन के सचिव जोसेफ सहित कई गणमान्य लोग उपस्ािित थे।