बिलासपुर, 18 नवम्बर: नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार चिट्टा नशे के संपूर्ण उन्मूलन के लिए सख्त कार्रवाई अमल में ला रही है। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर को शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चिट्टा नशे के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान की शुरुआत की है, जिसे आने वाले समय में बिलासपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी आयोजित किया जाएगा। राजेश धर्माणी आज कंदरौर में डेरीका फार्म द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट में संशोधन किया है, जिसके तहत अब चिट्टा नशे के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों को पुलिस बिना अदालत की अनुमति के तीन महीने तक जेल में रख सकती है। उन्होंने बताया कि चिट्टा के अवैध कारोबार में लिप्त सरकारी कर्मचारियों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जा रही है तथा अब तक 60 से अधिक कर्मचारियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई प्रारंभ की जा चुकी है, जिनमें 15 पुलिस विभाग के कर्मचारी भी शामिल हैं।
युवाओं से आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वे नशे के खिलाफ संकल्प लें कि न तो स्वयं नशा करेंगे और न ही दूसरों को करने देंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति चिट्टा जैसे नशे में संलिप्त पाया जाता है तो 112 नंबर पर कॉल कर इसकी सूचना दी जा सकती है तथा सूचना देने वाले की पहचान पूर्णतः गोपनीय रखी जाती है। उन्होंने कहा कि विदेशी ताकतें षड्यंत्र के तहत देश की युवा शक्ति को नशे के माध्यम से कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं, जिसे किसी भी कीमत पर पूरा नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि युवा शक्ति केवल परिवार की ही नहीं, बल्कि समाज और देश की अमूल्य धरोहर है। उन्होंने युवाओं से जीवन की कसौटी पर स्वयं को सशक्त एवं सक्षम बनाने तथा समाजहित में कार्य करने का आह्वान किया। साथ ही जीवन लक्ष्य प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयासरत रहने की प्रेरणा भी दी।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने डेरीका फार्म द्वारा नशे के खिलाफ लुहणू मैदान से कंदरौर तक आयोजित मैराथन की सराहना करते हुए कहा कि समाज में नशा उन्मूलन के लिए जन-जागरूकता बढ़ाने में यह पहल कारगर सिद्ध होगी।
उन्होंने मैराथन प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष वर्ग के पहले तीन स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को मेडल एवं नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। पुरुष वर्ग में गौरव, नगेंद्र पाल तथा अनमोल कुमार, जबकि महिला वर्ग में सविता वालिया, तनीक्षा ब्राल तथा रिदिमा ठाकुर क्रमशः पहले तीन स्थानों पर रहे। इन्हें क्रमशः 3100, 2100 और 1100 रुपये की नकद पुरस्कार राशि प्रदान की गई।
डेरीका फार्म के दुग्ध उत्पादों को किया लॉन्च
इस दौरान उन्होंने डेरीका फार्म द्वारा तैयार किए गए दूध, दही, पनीर सहित अन्य गुणवत्तायुक्त दुग्ध उत्पादों को लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि निचले स्तर पर उद्यम स्थापित होने से न केवल समाज सशक्त होता है, बल्कि ग्रामीण स्तर पर किसानों की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए दूध के दामों में वृद्धि की है तथा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तैयार उत्पादों के दामों में भी बढ़ोतरी की गई है। वर्तमान में गाय के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य 51 रुपये तथा भैंस के दूध का 61 रुपये प्रति लीटर निर्धारित किया गया है। इसी तरह प्राकृतिक रूप से तैयार मक्का 40 रुपये, गेहूं 60 रुपये तथा हल्दी 90 रुपये प्रति किलोग्राम न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है।
इससे पहले डेरीका फार्म की निदेशक सीरत तूर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा फार्म के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।
इस मौके पर पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा, उपायुक्त राहुल कुमार, पुलिस अधीक्षक संदीप धवल, एसडीएम राजदीप सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव चैधरी सहित अन्य अधिकारी एवं कई गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।
उपायुक्त ने दिखाई मैराथन को हरी झंडी
इससे पहले लुहणू मैदान से उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मैराथन में लगभग 250 युवाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक संदीप धवल तथा आयोजक डेरीका फार्म के प्रतिनिधि संजीव ठाकुर, गौरव शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।