कुरुक्षेत्र. 17.11.25- : ग्राम स्तर पर कार्यरत जनप्रतिनिधियों को लगातार सीखने, देखने और समझने के अवसर मिलते रहने चाहिए ताकि वे अपने गांवों में योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन कर सकें। यह टिप्पणी डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान, निदेशक हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान, नीलोखेड़ी ने कुरुक्षेत्र के पंचायत भवन में जिले के सरपंचों एवं ग्राम सचिवों के एक प्रशिक्षु दल को संबोधित करते हुए कहा।

राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत उस दल को डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने हरी झंडी दिखाकर प्रतिभागियों के दल को राजस्थान एक्सपोज़र विज़िट के लिए रवाना किया गया। इस दल में महिला एवं पुरुष सरपंच, ग्राम सचिव तथा अन्य प्रतिनिधि शामिल हैं। डॉ. चौहान ने यह भी कहा गांव केवल प्रशासनिक इकाई नहीं, बल्कि संस्कृति, सामूहिक विकास, नवाचार और आत्मनिर्भर भारत की प्रयोगशाला हैं। जनप्रतिनिधियों को इरादे के साथ नेतृत्व करना होगा, तभी भविष्य की ग्राम पंचायतें आदर्श बन सकेंगी प्रतिभागियों को राजस्थान के पुष्कर एवं अजमेर जिलों में पंचायत से पंचायत के उत्कृष्ट कार्यों का अवलोकन कराया जाएगा, जिससे वे वहां की नवाचारी व्यवस्थाओं, सफल मॉडल और प्रशासनिक कार्यप्रणाली का अध्ययन कर सकें।