शिमला: 09.10.25-बारबाडोस की राजधानी ब्रिजटाऊन में 68वें राष्ट्रमण्डल संसदीय सम्मेलन का आज शुभारम्भ हो गया है। गौरतलब है कि इसका आयोजन राष्ट्रमण्डल संसदीय सम्मेलन की कार्यकारी समिति तथा बारबाडोस संसद मिलकर कर रहे हैं।
इस सम्मेलन में जहाँ 56 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं वहीं भारतीय प्रतिनिधि के रूप में राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ भारत क्षेत्र के अध्यक्ष ओम बिरला के साथ हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां भी शामिल हुए। इसके अतिरिक्त भारत से विभिन्न राज्य विधान मण्डलों के पीठासीन अधिकारी तथा उप- पीठासीन अधिकारी भी शामिल हुए। यह सम्मेलन बारबाडोस की संसद में सभी औपचारिकताएँ पूर्ण करने के बाद आरम्भ हुआ, जबकि सम्मेलन की तिथि 8 से 13 अक्तूबर तक रहेगी। सम्मेलन के शुभारम्भ उपरान्त सभी भारतीय प्रतिनिधि सामूहिक चित्र के लिए बारबाडोस संसद के मुख्य द्वार पर एकत्र हुए।
विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने कहा कि राष्ट्रमण्डल में कुल 56 सदस्य देश शामिल हैं जो ब्रिटिश साम्राज्य से निकले हैं तथा लोकतन्त्र, शांति और विकास जैसे मूल्यों पर सहमत हैं। उन्होने कहा कि यह देशों का एक एैसा स्वैच्छिक संघ है जिसमें विविध प्रकार के देश शामिल हैं जिसमें उन्नत अर्थव्यवस्थाएँ और छोटे द्वीप राष्ट्र भी शामिल हैं।
पठानियां ने कहा कि राष्ट्रमण्डल 56 स्वतन्त्र देशों का एक संघ है जो अपने सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देता है। इसकी जड़ें ब्रिटिश साम्राज्य में हैं लेकिन आज कोई भी देश राष्ट्रमण्डल में शामिल हो सकता है। राष्ट्रमण्डल में अफ्रीका, एशिया, कैरेबियन, यूरोप और प्रशान्त क्षेत्र के देश शामिल हैं। इस समय संघ में उन्नत अर्थव्यवस्थाएँ तथा विकासशील देश दोनों शामिल हैं।
कुलदीप सिंह पठानियां भारतीय प्रतिनिधि के रूप में कल बारबाडोस की संसद में अपना पहला सम्बोधन देंगे। कुलदीप पठानियां सम्मेलन के लिए चयनित तीन विषयों पर अलग- अलग दिन अपना सम्बोधन देंगे। पठानियां कल “लोकतन्त्र को समर्थन देने के लिए हमारी संस्थाओं को मतबूत करना” विषय पर ब्रिजटाऊन में बारबाडोस संसद में अपना सम्बोधन देंगे। सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश विधान सभा उपाध्यक्ष विनय कुमार तथा विधान सभा सचिव यश पाल शर्मा भी मौजूद रहेंगे।