*देश व प्रदेश में गोवर्धन पूजा व विश्वकर्मा दिवस का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है- बजरंग गर्ग

*हम सब को एकजुट होकर सामाजिक व धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए- बजरंग गर्ग

*भगवान श्री कृष्ण जी ने छोटी सी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर बृजवासियों को इंद्र देवता जी के गुस्से से बचाया था- बजरंग गर्ग

*हिंदू धर्म में मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है- बजरंग गर्ग

हिसार, 02.11.24-- गोवर्धन पूजा व विश्वकर्मा दिवस पर आज ऑटो मार्केट फेज 3 व श्री प्रयाग गिरी शिवालय ट्रस्ट में अंकूट का प्रसाद व भंडारा लगाया गया। जिसमें मुख्य तौर पर हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने शिरकत की। भंडारे में हजारों लोगों ने प्रसाद लिया। इस अवसर पर व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि देश व प्रदेश में गोवर्धन पूजा का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन सभी मंदिरों में सामाजिक व धार्मिक संस्था द्वारा अंकूट का प्रसाद लगाया जाता है। बजरंग गर्ग ने कहा कि इस दिन मुख्य रूप से भगवान श्री कृष्ण जी व विश्वकर्मा भगवान जी की पूजा की जाती है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण जी ने छोटी सी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर बृजवासियों को भगवान इंद्र देवता जी के गुस्से से बचाया था। सुरक्षा का यह कार्य पहाड़ी के महत्व को रेखांकित करता है। बजरंग गर्ग ने कहा कि गोवर्धन भगवान व श्री कृष्ण जी की विशेष कृपया अपने के लिए लोग इस दिन गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करते हैं। श्री गर्ग ने कहा कि सामाजिक व धार्मिक कार्यों से आपसी भाईचारा बढ़ता है और सभी देवी-देवता खुश होते हैं। हमेशा ही धर्म की जड़ हरी होती है। बजरंग गर्ग ने कहा कि हम सब को एकजुट होकर सामाजिक व धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। हिंदू धर्म में मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है। हमें एकजुट होकर एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।इस मौके पर पीजीएसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रबंधक ओमप्रकाश असीजा, प्रिंसिपल सत्येंद्र गोयल, महासचिव सुरेंद्र सिंगल, मंदिर कमेटी कृष्ण लाल बगडी, जगदीश प्रधान, जगत नारायण, मंदिर सचिव महापाल असीजा, रमेश कुमार पटवारी, प्रदेश संगठन मंत्री राजेंद्र बंसल, प्रदेश सचिव निरंजन गोयल, दिनेश सैनी, गुलशन महाजन, फोटो मार्केट फेस 3 प्रधान सुभाष बडगुजर, ऑटो मार्केट स्पेयर पार्ट एसोसिएशन प्रधान बंटी गोयल, संरक्षक कृष्णा चौधरी आदि प्रतिनिधियों भारी संख्या में मौजूद थे।