HUISAR, 23.11.24-जहां तक मुझे याद है पहली बार मैंने शिमला जाते हुए वहां के एक नेता व सांसद के डी सुल्तानपुरी के लापता होने के पोस्टर दीवारों पर चिपके देखे थे और तब तक मैं साहित्यिक प्राणी था, राजनीति और पत्रकारिता से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं था, इसलिए मैं बड़ा हैरान हुआ कि देखो यारो, देश का एक सांसद ही लापता हो गया है और जनता परेशान होकर उसे ढूंढने में लगी है । यह तो बाद में पत्रकारिता में आने और उप संपादक बनने पर समझ आया कि नेता लापता नहीं होते लेकिन उनके विरोधी क्षेत्र में ज्यादा लम्बी अनुपस्थिति को भुनाने के लिए लापता होने के पोस्टर लगवा देते हैं ! स्मृति ईरानी को भी इसी बात का फायदा मिला क्योंकि राहुल गांधी अमेठी से लापता रहने लगे थे और वायनाड में देखे जा रहे थे ! इस लम्बी अनुपस्थिति और उपेक्षा ने आखिर राहुल गांधी को अमेठी से बाहर ही कर दिया । बेशक स्म्मृति ईरानी भी अमेठी से लापता रहने लगी तो इस, बार जनता ने उन्हें भी दिल्ली या मुम्बई वापस भेज दिया ! अब राहुल रायबरेली में देखे जा रहे हैं ।
मज़ेदार बात हरियाणा के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र की रही, जिसे चौ भजनलाल का अभेद्य दुर्ग कहा जाता था, इसमें उनके पोते भव्य बिश्नोई को इस बार हराकर जनता ने उनके लगातार लापता होने पर आखिरकार मोहर लगा ही दी । आदमपुर के मतदाता ने दो बरस पहले और दो लोकसभा चुनावों में यह चेतावनी दे दी थी लेकिन न कुलदीप बिश्नोई इसे समझ पाये और न ही भव्य बिश्नोई इसे महसूस कर पाये ! जब मतगणना हो रही थी तब समझ आने लगा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, चिड़िया खेत चुग चुकी थी !
अब हरियाणा के जुलाना विधानसभा क्षेत्र में महिला पहलवान और विधायक श्रीमती विनेश फौगाट के लापता होने के पोस्टर गांवों की गली गली में देखे जा रहे हैं ! वैसे यह थोड़ी जल्दबाजी लग रही है, अभी आठ अक्तूबर को तो विधानसभा परिणाम आये हैं और‌ शपथ ग्रहण के बाद एक ही सत्र हुआ है कि विनेश फौगाट लापता भी करार दी गयी ! यह बहुत जल्दबाजी है विरोधियों की ! विनेश फौगाट लापता नहीं हुई, वह तो प्रियंका गांधी के लिए वायनाड में चुनाव प्रचार करने गयी थी कि विरोधियों ने उसे लापता करार देने में देर नहीं लगाई और पोस्टर लगा कर उसकी लोकप्रियता बढ़ाने की भूल कर बैठे ! अब जिसने कांग्रेस में टिकट दिया, उसके चुनाव प्रचार में तो जाना ही पड़ेगा न ! सब जाते हैं अहसान उतारने, विनेश भी चली गयी! फिर हाय तौबा कैसी? वैसे यह विनेश फौगाट को भी समझना होगा कि लगातार लोगों के सम्पर्क में रहना पड़ेगा ! दुष्यंत कुमार के बढ़िया शेर का मज़ा लीजिए :
यह सारा जिस्म झुककर बोझ से दुहरा हुआ होगा
मैं सजदे में नहीं था आपको धोखा हुआ होगा !
-पुर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।
9416047075