CHANDIGARH, 18.04.25-*रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, सेक्टर 26 के प्रधान श्री कृष्णलाल* एवं मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान श्री अनिल कुमार भारद्वाज** ने चंडीगढ़ नगर निगम कमिश्नर *श्री अमित कुमार, आई.ए.एस.* से मांग की है कि कॉलोनियों में स्वयं रोजगार योजना के तहत लोगों ने अपने-अपने घरों में दुकानें खोल रखी हैं, वे *प्रॉपर्टी टैक्स* के मामले में भारी दुश्वारियों का सामना कर रहे हैं।
एक तो टैक्स इतना बढ़ा हुआ आ रहा है कि लोगों को भरने में परेशानी हो रही है, ऊपर से *प्रॉपर्टी टैक्स के बिलों और पानी के बिलों में भी नगर निगम द्वारा गारबेज (कूड़ा) शुल्क जोड़कर बिल भेजे जा रहे हैं*, जो कि पूरी तरह अनुचित है।
*एक ही बिल्डिंग के हजारों रुपये के पानी के बिल आ रहे हैं, जिनमें गारबेज शुल्क भी शामिल है। कई लोगों के रिहायशी मकानों में भी यही स्थिति है — **प्रॉपर्टी टैक्स और पानी के बिलों दोनों में गारबेज शुल्क जोड़कर भेजे जा रहे हैं*, जिससे गरीब परिवारों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
*इस मुद्दे को लेकर लोगों में भारी रोष व्याप्त है*। जनता का कहना है कि पहले से ही महंगाई और बेरोजगारी की मार झेल रहे लोग अब इन दोहरी वसूली से परेशान हो गए हैं।
*श्री कृष्णलाल* ने नगर निगम कमिश्नर से मांग की है कि जब पानी के बिलों में गारबेज शुल्क जोड़कर भेजे जा रहे हैं, तो *प्रॉपर्टी टैक्स के बिलों में इसे दोबारा न जोड़ा जाए, क्योंकि **बिल्डिंग तो एक ही है*। इस पर गंभीरता से पुनः विचार किया जाए, ताकि कॉलोनियों में रहने वाले गरीब परिवारों को राहत मिल सके।