मंडी, 26 जनवरी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय और अधिकारिता एवं सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ (कर्नल) धनी राम शांडिल ने रविवार को परीधि गृह मंडी से मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के अर्न्तगत चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट के तीन दिवसीय वार्षिक शैक्षणिक भ्रमण दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। भ्रमण दल में बाल संरक्षण संस्थान सुन्दरनगर, डैहर, तल्याहड़ और भरनाल के 28 बच्चे शामिल हैं। जिसमें सुंदरनगर संस्थान से 12, डैहर से 13, बरनाल से 2 और तत्याहड़ से एक है। भ्रमण दल को रवाना करने से पहले डा. शांडिल ने भ्रमण पर जा रहे बच्चों के साथ संवाद भी किया।
भ्रमण में शामिल 10वीं और जमा दो कक्षाओं में अध्ययनरत बच्चे तीन दिवसीय दौरे के दौरान पहले दिन साइंस सिटी कपूरथला जाऐंगे। दूसरे दिन स्वर्ण मंदिर अमृतसर, जलियांवाला बाग और वाघा बॉर्डर तथा तीसरे दिन चंडीगढ़ के रॉक गार्डन, रोज गार्डन, सुखना लेक जाऐंगे।
इस मौके पर कृषि उपज समिति के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया, जिला परिषद सदस्य चंपा ठाकुर, उपायुक्त अपूर्व देवगन, एडीसी रोहित राठौर, जिला कार्यक्रम अधिकारी अजय बदरेल, जिला कल्याण अधिकारी समीर, बाल संरक्षण अधिकारी एनआर ठाकुर मौजूद रहे।
भ्रमण बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण में होगा सहायक
स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर बच्चों के साथ संवाद करते हुए विश्वास जताया कि यह भ्रमण बच्चों के लिए न केवल शिक्षाप्रद रहेगा बल्कि उनके व्यक्तित्व निर्माण में भी सहायक सिद्ध होगा। इससे बच्चों के आत्मबल में जरूर विकास होगा। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसमें निराश्रित बच्चों की देखभाल के लिए कानून के तहत सुखाश्रय योजना शुरू की है। योजना के अर्न्तगत सरकार ने 6000 निराश्रित बच्चों की चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट का दर्जा प्रदान कर अभिभावक के रूप में अपनाया है।
संकल्प लेकर जीवन में आगे बढ़ने का किया आह्वान
स्वास्थ्य मंत्री ने भ्रमण में शामिल बच्चों से आह्वान किया कि वह हमेशा अपने काम की ओर ध्यान दें। संकल्प लेकर जीवन में आगे बढें। पथ भ्रष्ट न हों, आत्मचिंतन करें, नशे की लत से दूर रहें और अपने से बढ़ों का सम्मान करें। निरंतर योग करें। अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण करें। जिससे हमारे देश और समाज आगे बढ़े।