असंध।03.02.25- बसंत पंचमी ज्ञान, संगीत और प्रज्ञा की देवी माँ सरस्वती की आराधना का विशेष दिन है। मान्यता है कि सी दिन ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना की थी। इस दिन के आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए प्राचीन भारत में गुरुकुलों में शिक्षा सत्र का शुभारंभ बसंत पंचमी से ही किया जाता था।

इसी कड़ी में, हमारा परिवार संगठन द्वारा असंध में आयोजित बसंत उत्सव समारोह में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. बूटीराम और भारत विकास परिषद के अध्यक्ष एडवोकेट नरेंद्र शर्मा ने संयुक्त रूप से की।

अपने संबोधन में डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने बाल संस्कार केंद्र के नन्हें विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों से संवाद किया और भारतीय कालगणना की प्राचीनता, वैज्ञानिकता एवं महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जिस तरह हमें ईसाई संवत के महीनों के नाम सहजता से याद रहते हैं, उसी प्रकार हमें भारतीय पंचांग के महीनों और तिथियों का भी अभ्यास करना चाहिए।

इस अवसर पर डॉ. बूटीराम और एडवोकेट नरेंद्र शर्मा ने भी बच्चों को अपनी संस्कृति, महापुरुषों और त्योहारों पर गर्व करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में पराग, त्रिगुण और रीत ने बसंत पंचमी के महत्व पर अपने विचार साझा किए। बच्चों ने सामूहिक रूप से श्लोक उच्चारण और भजन प्रस्तुति भी दी, जिससे समारोह का वातावरण भक्तिमय और आनंदमय हो गया।

इस अवसर पर डॉ बूटी राम, मीनू गर्ग, नरेंद्र एडवोकेट, डॉ संदीप राजौंद, वर्षा रानी, पल्लवी, किरण, सिमरन, दयावंती, संतोष देवी, त्रिगुण, कुंज, प्रणव आदि मौजूद रहे।