प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत त्रैमासिक बैठक का आयोजन
बिलासपुर 12 मार्च- प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत त्रैमासिक बैठक का आयोजन बचत भवन में किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने की। बैठक में जिले के 2000 से अधिक जनसंख्या वाले 15 राजस्व गाँव की संबंधित पंचायतों के प्रधानों और पंचायत सचिवों ने भाग लिया।
बैठक में परियोजना अधिकारी, हिम ऊर्जा, करतार सिंह ने अवगत करवाया कि पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों के तहत 2000 से अधिक की जनसंख्या वाले 15 राजस्व गाँव की पंचायतों में विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया गया। इन ग्राम सभाओं में आम जनता को प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और मॉडल सोलर विलेज योजना के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान नागरिकों को सौर ऊर्जा अपनाने के लाभों के साथ-साथ सरकारी अनुदान और योजना की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
बैठक में उपस्थित सभी पंचायतों के प्रधानों और पंचायत सचिवों को एक PPT प्रेजेंटेशन के माध्यम से योजना के महत्वपूर्ण बिंदुओं से अवगत कराया गया। उन्हें बताया गया कि इस योजना के तहत सभी बिजली उपभोक्ताओं को छत पर सोलर प्लांट लगाने हेतु अनुदान राशि प्रदान की जाएगी। इसके अंतर्गत 1 किलोवाट क्षमता के लिए ₹33,000, दूसरे किलोवाट के लिए ₹33,000 और तीसरे किलोवाट के लिए ₹19,800 की सब्सिडी दी जाएगी। उपभोक्ता बिना किसी तकनीकी अनुमोदन के अपने घर की छत पर अधिकतम 10 किलोवाट क्षमता तक का सोलर प्लांट स्थापित कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा ₹55,000 प्रति किलोवाट की मानक राशि निर्धारित की गई है।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने निर्देश दिए कि जिले में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और ग्रामीण क्षेत्रों में इसे लोकप्रिय बनाने के लिए "मॉडल सोलर विलेज" प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता 1 अप्रैल 2025 से प्रारंभ होगी, जिसमें 15 राजस्व गाँवों में से एक गाँव को मॉडल सोलर विलेज के रूप में चुना जाएगा। इस प्रतियोगिता के तहत चयनित गाँव को भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा ₹1.00 करोड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
मॉडल सोलर विलेज प्रतियोगिता 1 अप्रैल 2025 से 30 सितंबर 2025 तक (6 माह की अवधि) चलेगी, जिसमें गाँव की समग्र नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा। इस अवधि में गाँव में विभिन्न सौर ऊर्जा परियोजनाएँ लागू की जा सकती हैं, जिनमें सोलर प्लांट (बैटरी भंडारण के साथ या बिना), रूफटॉप सोलर प्लांट, सोलर फेंसिंग, सोलर पंपिंग सिस्टम, सोलर होम लाइटिंग सिस्टम और सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम जैसी सुविधाएँ शामिल होंगी। प्रतियोगिता के समापन के बाद, जिस गाँव में सबसे अधिक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित होगी, उसे मॉडल सोलर विलेज घोषित किया जाएगा और इसे ₹1.00 करोड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
बैठक में हि.प्र.रा.वि.बो.लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता, ग्राम पंचायत नौणी और संडयार के प्रधान, मनोनीत सदस्य, तथा सभी 15 राजस्व गाँवों से संबंधित पंचायतों के प्रधान और पंचायत सचिव उपस्थित रहे।
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राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफार्म (NFDP) मोबाइल ऐप का शुभारंभ
हिमाचल प्रदेश के मत्स्य किसानों और मत्स्य जीवियों के लिए डिजिटल पंजीकरण की सुविधा
बिलासपुर 12 मार्च- निदेशक एवं प्रारक्षी मत्स्य विवेक चंदेल (भा.प्र.से.) ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफार्म (NFDP), भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण डिजिटल पहल है। यह प्लेटफार्म प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना (PM&MKSSY) के अंतर्गत विकसित किया गया है, जो प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) की एक उप-योजना है। इस प्लेटफार्म का उद्देश्य देशभर के मत्स्य किसानों, मत्स्यजीवियों और अन्य हितधारकों के लिए सुव्यवस्थित और पारदर्शी डिजिटल सेवा प्रणाली तैयार करना है, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ सुगमता से मिल सके।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार के मत्स्य पालन विभाग ने इस डिजिटल पहल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए NFDP मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जिससे अब सभी मत्स्यजीवी और मत्स्य किसान अपने मोबाइल फोन के माध्यम से ही पंजीकरण कर सकते हैं। इससे पहले यह पंजीकरण केवल पोर्टल (https://nfdp-dof-gov-in/nfdp/4/bl) के माध्यम से किया जा रहा था। अब मोबाइल ऐप की सुविधा से पंजीकरण प्रक्रिया सरल और सुगम हो गई है, जिससे बड़ी संख्या में मत्स्य पालन से जुड़े लोग आसानी से अपने विवरण सरकार के डेटाबेस में दर्ज करा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि NFDP मोबाइल ऐप का शुभारंभ 8 मार्च 2025 को हैदराबाद, तेलंगाना में आयोजित मत्स्य पालन स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2.0 के दौरान केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह द्वारा किया गया। यह ऐप मत्स्य पालन से जुड़े हितधारकों को डिजिटल सेवाओं और संसाधनों तक आसान पहुंच प्रदान करेगा। मत्स्य पालन से जुड़े किसानों और व्यवसायियों को अब सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए विभिन्न कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस ऐप के माध्यम से वे अपने घर बैठे पंजीकरण कर सकते हैं और भविष्य में सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं और अनुदानों का लाभ सीधे अपने खाते में प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में लगभग 20,000 से अधिक लोग मत्स्य व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। इनमें से 9,615 मत्स्यजीवी जलाशय मात्स्यिकी से जुड़े हैं, 6,091 मत्स्यजीवी नदीय मात्स्यिकी से जुड़े हैं, और शेष मत्स्य किसान ट्राउट एवं कार्प मत्स्यपालन के माध्यम से अपनी आजीविका चला रहे हैं। इन सभी मत्स्य किसानों, मत्स्यजीवियों और अन्य हितधारकों का NFDP पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य किया गया है ताकि सरकार के पास एक व्यवस्थित डिजिटल डेटाबेस उपलब्ध हो और भविष्य में उन्हें विभिन्न लाभकारी योजनाओं के माध्यम से सहायता प्रदान की जा सके। उन्होंने बताया कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के 7,732 मत्स्यजीवी और मत्स्य किसान NFDP पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। शेष बचे हुए सभी किसानों और व्यवसायियों से आग्रह किया जाता है कि वे शीघ्रातिशीघ्र इस सुविधा का लाभ उठाकर अपना पंजीकरण सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि NFDP पोर्टल पर पंजीकरण के लिए मोबाइल नंबर का आधार से लिंक होना आवश्यक है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सरकारी योजनाओं और अनुदानों का लाभ सही लोगों तक पहुंचे, पंजीकरण प्रक्रिया को आधार लिंक के साथ जोड़ा गया है। इसके अलावा, पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, निवास प्रमाण पत्र और मत्स्य पालन से संबंधित जानकारी आवश्यक होगी। सरकार की यह पहल न केवल मत्स्य किसानों और व्यवसायियों को सशक्त बनाएगी, बल्कि मत्स्य पालन क्षेत्र के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
निदेशक एवं प्रारक्षी मत्स्य विवेक चंदेल (भा.प्र.से.) ने सभी मत्स्य किसानों, मत्स्यजीवियों और हितधारकों से अपील की है कि वे शीघ्रातिशीघ्र NFDP मोबाइल ऐप या पोर्टल के माध्यम से अपना पंजीकरण करें। इससे सरकार को मत्स्य पालन क्षेत्र में कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में मदद मिलेगी और हितधारकों को सरकारी लाभों तक सीधी पहुंच मिल सकेगी। भविष्य में मत्स्य पालन विभाग, भारत सरकार द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी इसी प्लेटफार्म के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।
NFDP मोबाइल ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। सभी मत्स्य पालन से जुड़े हितधारक शीघ्र पंजीकरण कर सरकारी योजनाओं एवं सुविधाओं का लाभ प्राप्त करें।
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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का भव्य आयोजन
बिलासपुर 12 मार्च– अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन कोठीपुरा में किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अतिरिक्त उपायुक्त निधि पटेल रहीं।
मुख्य अतिथि अतिरिक्त उपायुक्त निधि पटेल ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और समाज में अपनी सशक्त भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं और उन्होंने हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। उन्होंने महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और सरकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया और बेटियों की शिक्षा पर विशेष जोर दिया।
उन्होंने कहा कि समय के साथ महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं और अपनी पहचान बना रही हैं। साथ ही, यह भी कहा गया कि एक ऐसे समाज का निर्माण आवश्यक है, जहां महिलाओं को समान अधिकार और अवसर प्राप्त हों।
जिला एड्स कंट्रोल प्रोग्राम अधिकारी डॉ. तहसीन ने महिलाओं के स्वास्थ्य, एड्स की रोकथाम और सुरक्षा पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिलाओं को अपनी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना आवश्यक है ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीश मिश्रा ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए महिला कल्याण से संबंधित विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा और सशक्तिकरण पर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यों, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर महिला मंडलों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं, जिसमें लोकनृत्य, गीत और नाट्य कार्यक्रम शामिल थे।
कार्यक्रम में खंड विकास अधिकारी सदर, एसएचओ घुमारवी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, महिला मंडल सदस्य एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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नलवाड़ी मेले के सांस्कृतिक संध्या ऑडिशन संपन्न, दूसरे दिन 120 से अधिक कलाकारों ने किया प्रतिभा प्रदर्शन
बिलासपुर, 12 मार्च – नलवाड़ी मेले के दौरान आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्याओं के लिए कलाकारों के ऑडिशन प्रक्रिया का आज समापन हुआ। किसान भवन, बिलासपुर में आयोजित ऑडिशन के दूसरे और अंतिम दिन 120 से अधिक कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इसमें उपमंडल सदर, उपमंडल घुमारवीं सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए कलाकार शामिल रहे।
अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डॉ. निधि पटेल की अध्यक्षता में हुए इस ऑडिशन में सहायक लोक संपर्क अधिकारी, असिस्टेंट प्रोफेसर (संगीत-वोकल) मनोहर लाल शर्मा और बॉयज स्कूल बिलासपुर के संगीत अध्यापक नरेंद्र उपस्थित रहे।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि 13 मार्च को इंडियन सेमी-क्लासिकल और क्लासिकल डांस के ऑडिशन होंगे, जबकि 15 मार्च को 'मिस कहलूर' प्रतियोगिता के लिए ऑडिशन आयोजित किया जाएगा। चयनित कलाकार नलवाड़ी मेले की सांस्कृतिक संध्या में अपनी प्रस्तुतियां देंगे।