चंडीगढ़, 16 मार्च: आम आदमी पार्टी के चुनाव घोषणापत्र में अनुसूचित जाति के सरकारी नौकरियों में बैकलॉग भरने के वादे तथा भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार द्वारा पिछले तीन वर्षों से किए गए दावे खोखले साबित हो रहे हैं। यह आरोप भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ ने प्रेस बयान में लगाया है। उन्होंने कहा कि रिक्त पदों की पहचान कर उन्हें भरने के लिए प्रत्येक विभाग में कमेटी बनाने का निर्णय अभी तक लागू नहीं किया गया है।
सरदार कैंथ ने कहा कि होशियारपुर में दस दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के बाद अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज श्री हरमंदिर साहिब, दुर्गियाना मंदिर और वाल्मीकि तीर्थ स्थल पर माथा टेका,मुख्यमंत्री की कुर्सी बरकरार रहेगी, यह बयान भगवंत सिंह मान के लिए खुशी का क्षण है, लेकिन पंजाबियों के लिए फरवरी 2022 के विधानसभा चुनावों में किए गए वादे उन्हें पूरा करने में असफल साबित हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी के चुनाव घोषणापत्र में पांच साल में 25 लाख नौकरियां और रोजगार के अवसर पैदा करने का वादा किया गया था, लेकिन तीन साल में केवल 51 हजार नौकरियां ही पूरी हुई हैं। पंजाब के युवाओं को 'नौकरी मांगने वालों' के बजाय 'नौकरी देने वालों' का वादा जमीनी स्तर पर दिखाई नहीं दे रहा है।
भाजपा नेता परमजीत सिंह कैंथ ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी अनुसूचित जातियों के लिए चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों और दावों में सपने बेचने वाली पार्टी नजर आ रही है। सरदार कैंथ ने आरोप लगाया कि अनुसूचित जातियों के मुद्दों को लेकर निराशावादी मानसिकता अपनाई गई है। भाजपा प्रदेश नेता परमजीत सिंह कैंथ ने मांग की कि आम आदमी पार्टी अनुसूचित जातियों से जुड़े मुद्दों पर श्वेत पत्र जारी करे।