चण्डीगढ़, 02.09.24- : आज प्राचीन कला केंद्र सेक्टर 35 में संस्कार भारती, चण्डीगढ़ एवं बृहस्पति कला केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में युवा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। संस्कार भारती के अध्यक्ष यशपाल कुमार ने बताया कि इस बार का आयोजन युवा कवियों को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया। डॉ. संगीता शर्मा ने मां सरस्वती का वंदन करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन संस्कार भारती के साहित्य विधा प्रमुख डॉ. अनीश गर्ग ने किया। उन्होंने कोलकाता की महिला डॉक्टर की त्रासदी पर रोष व्यक्त करते हुए अपनी पंक्तियों को यूं पढ़ा कि कोलकाता से ठाणे तक दरिंदों की है भरमार यहां..मां की ममता हार गई ममता की है सरकार जहां...बेटी पढ़ाएं या बेटी बचाएं, है प्रश्न बड़ा गंभीर,पग पग पर खड़े भेड़िए, दाव लगा तो देंगे चीर, कोर्ट-कचहरी लंबे रास्ते, सिर काटो इनका बीच बाज़ार यहां...।
युवा कवि मिक्की पासी ने कहा कि माना जब प्यार है तब बस श्रृंगार की बात होनी चाहिए...जुल्म जब सत्ता करे, तब कलम से अंगार की बात होनी चाहिए...। कवियत्री बेअंत कौर ने कुछ यूं कहा कि यूं तो कहीं परिज़ादों के दिल दुखा चुकी हूं मैं, जिस रास्ते नहीं जाना वहां भी जा चुकी हूं मैं...। देविन संभ्रवाल ने कहा कि जितने देख सारे फीके, तेरे आगे तारे फीके, वह हंसे तो ग़म भूलता जाए, चलते देखे सब पीछे-पीछे...। इसके बाद कवयित्री मधु ने अपनी भगवान श्रीकृष्ण और राधा पर आधारित अपनी खूबसूरत रचना प्रस्तुत की।
इस कार्यक्रम में विशेष तौर पर गुरमीत गोल्डी, प्रेम सचदेवा, पाल अजनबी, संगीता शर्मा कुंद्रा गीत उपस्थित रहे। संस्कार भारती के मंत्री मनोज कुमार सिंह ने आए हुए सभी कवियों एवं अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और भविष्य में युवा कवियों को प्रोत्साहन देने के लिए ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन का आश्वासन दिया।