चण्डीगढ़, 1107.24- : भरण-पोषण व रहने-सहने के लिए पंजाब-हरियाणा की तुलना में चंडीगढ़ में ज्यादा खर्च करना पड़ता है। इस सच्चाई के बावजूद नगर प्रशासन की ओर से समाज कल्याण विभाग यहां विकलांगों, विधवाओं और वृद्धों को पंजाब-हरियाणा की तुलना में कम पेंशन दे रहा है। चण्डीगढ़ अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछडा वर्ग कल्याण‌ एसोसिएशन के महासचिव हुक्म चन्द खुंडियां ने बताया कि एसोसिएशन के अध्यक्ष भगत राज तिसावर व एंटी करप्शन सोसाइटी के अध्यक्ष जसपाल सिंह ने चण्डीगढ़ के प्रशासक को ईमेल के माध्यम से पत्र भेज कर मांग की है कि चण्डीगढ़ में भी सामाजिक पेंशन बढ़ाई जानी चाहिए।

उन्होंने लिखा है कि चण्डीगढ़ के समाज कल्याण विभाग द्वारा यहां के गरीब एवं जरूरतमंद विकलांग, विधवा और वृद्ध पेंशनरों को पेंशन पंजाब व हरियाणा राज्य से कम देकर उनके साथ सामाजिक भेदभाव किया जा रहा है जोकि न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने चंडीगढ़ के प्रशासक से अनुरोध किया है कि इन सभी को हरियाणा व पंजाब राज्यों की तर्ज पर अधिक पैंशन देकर उनका सामाजिक सम्मान किया जाए। उल्लेखनीय है कि चंडीगढ़ के इन पेंशनरों को 2016 से हर महीने केवल एक हजार रुपये पेंशन दी जा रही है जबकि जिन राज्यों की चंडीगढ़ राजधानी है, वहाँ पर अधिक पेंशन दी जा रही है, जो यहाँ के पेंशनधारकों के साथ अन्याय है । पत्र की प्रतियां प्रशासक के सलाहकार और सचिव, समाज कल्याण विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन को भेजी गई है।