HISAR, 12.07.24-शुक्र हैं कि अंबानी के बेटे अनंत की शादी का जश्न‌ खत्म होने चला है । इस शादी की रस्में खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही थीं ! रस्में भी किसी एक जगह नहीं, बल्कि अलग अलग जगह पर रखी गयीं । जैसे कोई सर्कस का शो हो ! बेटे का नाम अनंत तो पैसा भी अनंत खर्च किया, बेतहाशा ! इतना कि जिओ के रेट बढ़ाने पड़े । यानी सारा खर्च जिओ से ही वसूल कर लिया और बेटे की शादी का रंग चोखा ! सोशल मीडिया पर आ रहा है कि अनंत और राधिका हाथ जोड़कर कह रहे हैं आपने जिओ के रेट तो दे दिये होंगे, हमारी शादी में इतना शगुन तो आप दे ही दोगे ! पहले पहले फिल्मी सितारों‌‌ने ठुमके लगाये और फिर विदेश में किसी बड़े क्रूजर पर रस्में की गयीं ! शादी की ऐसी कितनी रस्में होती हैं, जो विदेश जाकर ही पूरी होती हैं ? यह शादी न हुई, गरीबों की जान का बबाल हो गयी ! माना आपके पास पैसा है और वह भी अनंत पैसा तो इसको समाज सेवा में भी तो लगा सकते हो ! कभी क्रिकेट के आईपीएल पर लगाते हो तो कभी बेटे की शादी पर ! और कोई तरीका नहीं सूझता ? अब तीन दिन और जश्न चलेंगे ! मुम्बई के सारे बड़े होटल बुक हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी आशीर्वाद देने पहुंचेंगे ! विमान अतिथियों को लेने के लिए उड़ान भरते रहेंगे ! कुछ विदेशी राजनेता भी आयेंगे ! बनारस की थीम पर सारे संस्कार संपन्न होंगे !

हमें तो एक ही थीम आती है जब दूल्हा दुल्हन एक दूसरे के गले में वरमाला डाल देते हैं,शादी संपन्न‌ मान ली जाती है ! अब यह पैसे का इतना भोंडा प्रदर्नन‌ करके भी आखिर वरमाला ही पहनानी है ! ऐसी शादियों पर, बेतहाशा खर्च पर नियन्त्रण होना चाहिए। ऐसी शादी दूसरों का मज़ाक उड़ाने के सिवाय कुछ भी नहीं ! शादी दो दिलों का मिलन है‌ न‌ कि पैसे का प्रदर्शन ! शुक्र है यह शादी अपने आखिरी पड़ाव पर पहुँच गयी है !
यह तो मन मिले का सौदा है दोस्त
सात भंवरों से ब्याह नहीं होता !
-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी
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