बिलासपुर जिले का भोहट कसोल बनेगा टूरिज्म हब,
व्यापक पर्यटन स्थल बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने किया निरीक्षण

बिलासपुर 28 जुलाई 2024-जिला बिलासपुर में कोल डैम के साथ लगते क्षेत्र भोहट कसोल को टूरिज्म हब बनाने का निर्णय जिला प्रशासन ने ले लिया है। जिसके लिए शनिवार को उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन, एसडीएम सदर अभिषेक गर्ग सहित पर्यटन विभाग और एनटीपीसी के अधिकारियों ने इस पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया।


निरीक्षण के उपरांत उपायुक्त ने बताया कि भोहट कसोल को व्यापक पर्यटन स्थल रूप में विकसित किया जाएगा जिसके लिए विस्तृत कार्य योजना पर काम किया जा रहा है। पर्यटकों को जल, थल और वायु से जुड़ी 20 से अधिक एडवेंचर एक्टिविटी का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा। भोहट कसोल को ग्रामीण पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया जाएगा जहां मेट्रो सिटी के लोग आकर ग्रामीण जीवन शैली का लुफ्त उठा सकेंगे। इस क्षेत्र में इको टूरिज्म से भी जोड़ा जाएगा। यहां टिकाऊ मछली पकड़ने का पर्यटन स्थल यानी एक्वा टूरिज्म को भी प्रमोट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की अन्य सभी संभावनाओं को तलाशा जाएगा।

उन्होंने बताया कि कोल्ड डैम में इस क्षेत्र से लेकर तातापानी क्रूस चलाया जाएगा जो के पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र भी होगा। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र भविष्य में हिमाचल के अन्य टूरिज्म क्षेत्रों के अनुरूप विकसित होगा। इस क्षेत्र के लोगों को घर पर ही रोजगार का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जिला बिलासपुर के अधिक से अधिक लोग टूरिज्म गतिविधियों से जुड़े और जिला बिलासपुर में टूरिज्म गतिविधियां बढ़े और जिला वासियों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन गतिविधियों का लाभ मिले और इस क्षेत्र के लोगों की आमदनी में भी इजाफा हो सके।

उन्होंने बताया कि कोल डैम देश के सबसे खूबसूरत वाटर बॉडीज में से एक है जहां पर साल भर पानी का स्तर बराबर बना रहता है। जिससे यहां 12 महीने पर्यटन गतिविधियां कर पाना संभव है।