मंडी, 05 नवम्बर। जिला परियोजना प्रबंधक, हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना जायका, चरण-2, डॉ0 हेम राज वर्मा ने बताया कि मंडी, जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी, ;जायका के टोक्यो और इंडिया के अधिकारियों ने आज मंडी जिला का भ्रमण किया तथा फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना-2 के अंतर्गत संचालित परियोजना की प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि दल में जायका मुख्यालय के अधिकारी सुयामात्सु टोमोयो और जायका इंडिया की विकास विशेषज्ञ निष्ठा वेगुर्लेकर शामिल थी।
उन्होंने बताया कि इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य परियोजना के देहात कार्यक्रम के कार्यान्वयन प्रगति का मूल्यांकन करना तथा डीएक्स लैब के माध्यम से किसानों को सीधे बाजार से जोड़कर मिल रहे लाभ की समीक्षा करना था। उन्होंने बताया कि देहात इस परियोजना में एक डिजिटल पार्टनर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जिससे किसान लाइव मंडी दरें, कृषि जानकारी व विशेषज्ञ सलाह प्राप्त कर सकते हैं। यह सम्पूर्ण एग्री-टेक प्लेटफॉर्म किसानों को बीज, खाद, कीटनाशक जैसी कृषि इनपुट्स की उपलब्धता के साथ-साथ फसल कटाई के बाद के उत्पादों के बेहतर विपणन की सुविधा प्रदान करता है।
डॉ0 हेम राज वर्मा ने बताया कि यह भ्रमण डीएक्स लैब परियोजना के माध्यम से प्रदेश के किसानों को डिजिटल साधनों के उपयोग से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे कृषि क्षेत्र के नवाचार और स्थायित्व को प्रोत्साहन मिलेगा, साथ ही किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सकेगी।
इस के बाद दल ने खंड परियोजना प्रबंधक मंडी के तहत रिटेल आउटलेट सुंदरनगर का दौरा भी किया तथा शीतला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से चर्चा कर उनकी संरचना और कार्यप्रणाली को समझा। समूह की प्रधान रक्षा ने दल को बताया कि उनके द्वारा 100 से अधिक उत्पादों की बिक्री रिटेल आउटलेट पर की जा रही है, जिसका उत्पादन विभिन्न महिला समूहों द्वारा किया जा रहा है।