*जिला मुख्यालय में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक का आयोजन
*राजस्व मामलों में तेजी लाने के लिए डीसी दी सख्त हिदायत, अधिकारियों को दिया समयबद्ध समाधान का निर्देश
बिलासपुर, 13 नवम्बर 2024/जिला मुख्यालय के बचत भवन में बुधवार को जिला के सभी राजस्व अधिकारियों की कार्यों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने की। बैठक में जिले के सभी उपमंडलाधिकारियों, तहसीलदारों, और नायब तहसीलदारों के राजस्व कार्यों का विस्तृत मूल्यांकन किया गया, जिसमें सीमांकन, बंदोबस्त, त्रुटि सुधार, भू-अभिलेख, भू-अर्जन, बंटवारा, खाता विभाजन सहित सभी प्रमुख राजस्व प्रकरणों की प्रगति की गहन समीक्षा शामिल थी।
राजस्व मामलों के त्वरित निराकरण पर जोर
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजस्व से जुड़े सभी मामलों का समयबद्ध निराकरण अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि ये मामले आम जनता के अधिकारों और हितों से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि समय पर निराकरण सुनिश्चित कर आम जनता को राहत प्रदान की जा सके। इसके लिए राजस्व विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को इन मामलों के समाधान में संवेदनशीलता और तत्परता दिखाने के निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी लंबित राजस्व प्रकरणों का त्वरित एवं समयबद्ध निराकरण हो, जिससे जनता को अनावश्यक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
राजस्व अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नियमित निगरानी के निर्देश
उपायुक्त सादिक ने राज्य सरकार के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि लंबित राजस्व मामलों का समयबद्ध निपटारा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। इसके लिए सभी उपमंडलाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे सप्ताह में कम-से-कम एक बार अपने अधिकार क्षेत्र में सभी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करें और नियमित रूप से उनके कार्यप्रदर्शन की निगरानी बनाए रखें।
15 दिनों के अंतराल में समीक्षा बैठक का आयोजन
उपायुक्त ने कहा कि जिला स्तर पर प्रत्येक 15 दिनों के भीतर समीक्षा बैठक का आयोजन किया जाएगा। इस बैठक में राजस्व विभाग के सभी अधिकारियों के कार्यों की गहन समीक्षा की जाएगी और उनकी कार्यप्रणाली पर नजर रखी जाएगी। इन बैठकों का उद्देश्य राजस्व मामलों के निराकरण में गति लाना और उनकी गुणवत्ता को सुनिश्चित करना है। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जिन अधिकारियों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं होगा, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है।
सामान्य जनता की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता
डीसी ने कहा कि राजस्व अधिकारियों का यह कर्तव्य है कि वे नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से लें और यथासंभव कम समय में उनका समाधान करें। उपायुक्त ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि हर राजस्व प्रकरण का समाधान समय पर हो, ताकि लोगों का प्रशासन में विश्वास बना रहे।
उपमंडलाधिकारियों को अधिक कोर्ट लगाने के निर्देश
उपायुक्त ने सभी उपमंडलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे राजस्व मामलों की सुनवाई के लिए अधिक कोर्ट लगाएं, ताकि लंबित मामलों का निपटारा शीघ्र किया जा सके। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि हर मामले का उचित दस्तावेजीकरण हो और निर्णय के बारे में संबंधित पक्ष को तुरंत जानकारी दी जाए।
उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि वे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ करें और जनता की समस्याओं का यथासंभव शीघ्र समाधान सुनिश्चित करें।
========================================
शीतकालीन आपदाओं से निपटने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी
बिलासपुर, 13 नवंबर - शीतकालीन तैयारियों को लेकर एसडीएम सदर अभिषेक गर्ग की अध्यक्षता में उपमंडल स्तर पर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में संभावित शीतकालीन आपदाओं से निपटने और सुरक्षा उपायों पर चर्चा की गई।
एसडीएम ने शीतलहर, आग दुर्घटनाओं, सड़क दुर्घटनाओं और अन्य आपात स्थितियों के लिए सभी संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अग्निशमन विभाग को आगजनी रोकने के लिए सभी उपकरणों को सक्रिय रखने और महत्वपूर्ण संस्थानों जैसे अस्पताल, स्कूल और सरकारी कार्यालयों की अग्नि सुरक्षा की जांच करवाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, कार्यालयों में अग्नि सुरक्षा ऑडिट करवाने पर भी जोर दिया गया।
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र (DEOC) को सक्रिय रखते हुए आपात स्थितियों में पूर्व चेतावनी और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है। पुलिस विभाग को समय पर दुर्घटनाओं और आपदाओं की सूचना जिला प्रशासन को देने के लिए कहा गया, ताकि समय रहते सभी उपाय किए जा सकें। बागवानी और कृषि विभाग को पाले से बचाव के लिए पाला-रोधी फसलों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए जन जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
लोक निर्माण विभाग को घने कोहरे वाले क्षेत्रों में साइनेज बोर्ड और अतिरिक्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए गए। जल शक्ति विभाग को अग्निशामक हाइड्रेंट्स की आवश्यक जलापूर्ति बनाए रखने के लिए कहा गया है, ताकि आगजनी जैसी स्थितियों में त्वरित कार्रवाई हो सके। सर्दियों के दौरान बेघर लोगों के लिए सराय या आश्रय की समुचित व्यवस्था करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।
एसडीएम ने नगर परिषद के अधिकारियों को शहर में आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए विशेष कदम उठाने और इन पशुओं को गौशालाओं में भेजने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बस स्टैंड और रैन बसेरों में रात बिताने वाले लोगों के लिए उचित प्रबंध सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। जरूरतमंद लोगों के लिए कंबलों की व्यवस्था हेतु एनजीओ और रेड क्रॉस को भी आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है।
सभी विभागों को शीतकालीन तैयारियों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की जा सके। एसडीएम ने सभी विभागों से आपसी समन्वय बढ़ाकर कार्य करने और शीतलहर तथा आपात स्थितियों में जन सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
===========================================
Govind Sagar Lake to Promote Island Tourism on the Lines of Andaman and Nicobar, DC Bilaspur and SDM Sadar Inspect Island
Bilaspur, 13 November 2024-To make Govind Sagar Lake in Bilaspur district a major tourism hub, island tourism is being developed on the lines of the Andaman and Nicobar Islands. As part of this project, Deputy Commissioner (DC) Bilaspur, Abid Hussain Sadik, and SDM Sadar, Abhishek Garg, inspected the Jeoripattan area of the lake, where a large island is planned to be developed as a tourist destination. The DC stated that during the inspection, the island was found to be suitable for attracting tourists, which will give a new direction to tourism in the area and promote the natural beauty of the lake.
The unique feature of this large island is that, despite being located in water, it remains above the water for 8 to 9 months. This makes it an ideal site for tourists to enjoy the natural beauty without any issues.
Objective and Plan of the Project
The objective of this project is to establish Bilaspur as a prominent tourism center and offer tourists a unique experience on the lake. Like in Andaman and Nicobar, water sports, camping, and activities related to local culture are being planned to turn it into an attractive tourist spot.
Main Attractions and Facilities
Several key attractions and facilities will be provided to tourists under this project. Eco-friendly camping sites will be developed in the Jeoripattan area, where tourists can enjoy bonfires and local music at night. Additionally, nature trails and hiking routes will be established around the lake, allowing nature lovers to experience the natural beauty of the region.
To promote local culture and cuisine, food and cultural festivals will be organized, featuring traditional dance, music, and drama performances by local artists. Fishing and angling facilities will also be available in some parts of the lake, allowing tourists to enjoy fishing in a peaceful environment.
The island will be an ideal location for pre-wedding shoots, where couples can capture their special moments on camera. Special lunch and dinner parties will also be organized on the island, offering a unique experience for families, friends, and groups. Moreover, comfortable tenting and glamping facilities will be provided for tourists, allowing them to enjoy a pleasant experience connected with nature.
Benefits and Impact of the Project
The Deputy Commissioner mentioned that such initiatives aim to encourage tourists to stay longer in Bilaspur. The longer tourists stay, the more local infrastructure like hotels, restaurants, and other facilities will develop. People from Bilaspur and surrounding districts will invest in the area, leading to a boost in local businesses.
This project will create local employment opportunities, such as tour guides, hotel staff, camping service providers, and artisans. Additionally, regional economic activities will grow through tourism, benefiting the local economy.
The DC added that the development of the Jeoripattan area in Govind Sagar Lake will not only elevate regional tourism but also establish Bilaspur as a key tourist destination. Tourists will be able to enjoy the natural beauty of the area, while also experiencing Himachal's culture and unique attractions, making a significant contribution to the region's tourism industry.