पंचायत स्तर पर सेहत सेवा स्वयं सहायता समूह होंगे गठित: डीसी
बुजुर्गों,जरूरतमंदों को मिलेगी घर द्वार पर स्वास्थ्य देखभाल सेवा
धर्मशाला में अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस पर कार्यशाला आयोजित
धर्मशाला, 05 दिसंबर। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला में सेहत सेवा अभियान के तहत वरिष्ठ नागरिकों, चलने फिरने में असमर्थ रोगियों को उनके घर द्वार पर देखभाल तथा बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने के लिए पंचायत स्तर पर सेहत सेवा स्वयं सहायता समूह गठित किए जाएंगे। वीरवार को मिनी सचिवालय में अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, रेड क्रास सोसाइटी, स्वास्थ्य विभाग तथा एजुकेयर के सहयोग से जेरीएट्रिक होम केयर प्रबंधन प्रणाली विकसित करने का प्लान तैयार किया गया है।
सीनियर सिटीजन होंगे लाभाविंत
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि सेहत सेवा अभियान से बुजुर्गों और जरूरतमंद लोगों के स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल सुनिश्चित होगी और उन्हें बार-बार चेकअप के लिए अस्पताल में नहीं जाना पड़ेगा उनके आवश्यकतानुसार घर द्वार पर ही देखभाल सहायकों के माध्यम से सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में ऐसे कई बुजुर्ग हैं जिनको स्वास्थ्य देखभाल के लिए अन्य लोगों पर निर्भर रहना पड़ता है ऐसे में प्रशिक्षित देखभाल सहायक काफी मददगार साबित होंगे।
क्या है जेरीएट्रिक केयर हेल्प सर्विस
जेरीएट्रिक केयर हेल्प सर्विस बुजुर्गों की हेल्थकेयर, होम केयर, हाउसिंग, डे केयर जरुरतों को पूरा करती हैं। प्रशिक्षित देखभाल सहायक बुजुर्गों तथा चलने फिरने में असमर्थ रोगियों की बिल्कुल नियोजित तरीके से देखभाल करते हैं, ये प्रोफेशनल्स बुजुर्गों के अकेलेपन को काफी नजदीक से समझते हैं। ये उनको मानसिक और शारीरिक रुप से सक्रिय करने के लिए समय-समय पर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे तथा बुजुर्गो की हर गतिविधि को लगातार मॉनिटर किया जाएगा। बुजुर्गों के आदत, खान-पान के तरीके या फिर व्यवहार में हो रहे बदलाव के बारे में परिवार के सदस्यों को समय-समय पर अवगत करवाएंगे। इसके अलावा शूगर, बीपी, यूरेन जैसे टेस्ट भी घर द्वार पर ही करने की सुविधा प्रशिक्षित देखभाल सहायकों द्वारा किया जाता है। डॉक्टर के निर्देश के मुताबिक हर मेडिकल जरुरत समय-समय पर भी उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया जाएगा।
इससे पहले सेहत सेवा अभियान के समन्वयक हरजीत भुल्लर ने कार्य योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जिला, उपखंड और पंचायत स्तर पर क्लस्टर स्तर पर गठित किए जाएंगे इसमें सेवानिवृत्त पेशेवरों और वरिष्ठ नागरिकों की सेवाएं भी ली जाएंगी इस अवसर पर एडीएम डा हरीश गज्जू सहित विभिन्न उपखंडों और जिला संगठनों के लगभग 30 वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया, साथ ही 14 आपदा मित्र और 12 सेहत सेवक भी उपस्थित रहे।
=====================================
पंचायत प्रतिनिधियों को आपदा से बचाव के दिए टिप्स
धर्मशाला, 05 दिसंबर। जिला पंचायत कार्यालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में जिला आपदा प्रबंधन विभाग के कुलदीप सिंह ने आपदा से बचाव के टिप्स दिए तथा आपदा प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आपदा प्रबंधन को लेकर सभी को जागरूक होना जरूरी है तथा जागरूकता से आपदा से होने वाले नुक्सान को कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन एक समग्र दृष्टिकोण है जिसमें आपदा के पूर्व, दौरान और बाद में की जाने वाली गतिविधियों का समावेश होता है।
उन्होंने यह भी बताया कि आपदा प्रबंधन में समुदाय की भागीदारी और सहयोग कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर भी आपदा मित्र तैयार किए जा रहे हैं ताकि आपदा के दौरान स्थानीय स्तर पर ही राहत और पुनर्वास के कार्यों को आरंभ किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर जिला तथा उपमंडल स्तर पर प्लान भी तैयार किए गए हैं इसी तरह से पंचायत प्रतिनिधियों को भी आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में सभी पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधि, पंचायत सचिव, महिला मंडल और सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएं शामिल थीं।