प्रदेश सरकार का गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर: शिक्षा पर 20 प्रतिशत बजट व्यय—राजेश धर्माणी

बिलासपुर, 8 जनवरी 2025:हिमाचल प्रदेश सरकार के नगर नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने बुधवार को बिलासपुर के आर.आर. मेमोरियल पब्लिक स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सरकार की प्राथमिकता

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। राज्य सरकार ने अपने बजट का 20 प्रतिशत शिक्षा क्षेत्र पर खर्च करने का प्रावधान किया है। इसका उद्देश्य बच्चों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है ताकि वे अपने जीवन में उच्च लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।

उन्होंने कहा, "यह निवेश न केवल बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में सहायक होगा, बल्कि प्रदेश के समग्र विकास की नींव भी रखेगा। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कृतसंकल्प है कि प्रदेश के प्रत्येक बच्चे को शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर मिलें।"

बच्चों को समाज निर्माण के लिए प्रेरित किया

मंत्री ने बच्चों से समाज के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने और समाज निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों का खेल, कला, संगीत, और अन्य रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेना उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक है।

मंत्री धर्माणी ने अभिभावकों और शिक्षकों से अपील की कि वे बच्चों की प्रतिभाओं को पहचानें और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन दें। उन्होंने कहा, "बच्चों को समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनाना हम सभी की जिम्मेदारी है।"

उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया

समारोह के दौरान स्कूल के होनहार छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया। मुख्य अतिथि ने इन छात्रों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

मंत्री ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों को प्रेरित करने और उनकी क्षमताओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने स्कूल प्रशासन द्वारा आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी सराहना की।

रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र

इस अवसर पर स्कूल के छात्रों ने विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें लोक नृत्य, नाटक और संगीत प्रमुख आकर्षण रहे। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

मुख्य अतिथि का स्वागत और वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

समारोह के दौरान स्कूल के एमडी मनोज गौतम और शमी गौतम ने मंत्री धर्माणी का स्वागत किया। प्रधानाचार्य कुसुम मोदगिल ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने स्कूल की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम में विद्यालय के छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर उपस्थित सभी ने मंत्री धर्माणी के विचारों की सराहना की और प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को सराहा।

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राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दधोल के क्लस्टर लेवल वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह के फोटो और वीडियो

दधोल में क्लस्टर स्तरीय वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन

विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शिक्षकों और अभिभावकों को निभानी होगी जिम्मेदारी: धर्माणी

भराड़ी, 8 जनवरी 2025:राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दधोल में क्लस्टर स्तरीय वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में दधोल, डंगार, जोल, पट्टा, बाड़ी छजोली, छंदोह, चोखना, हरितल्यांगर, तडोन, और बरोटा स्कूलों के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।

समारोह में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। स्कूल प्रबंधन की ओर से मंत्री का शाल, टोपी और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। मंत्री धर्माणी ने मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने बच्चों से मेहनत और लगन से पढ़ाई करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "प्रतिस्पर्धा के इस दौर में शिक्षकों और अभिभावकों का कर्तव्य है कि वे बच्चों को सही मार्गदर्शन दें और उनकी अद्भुत प्रतिभा को निखारें।"

मंत्री ने नशे के बढ़ते खतरे पर चिंता जताते हुए बच्चों को इससे दूर रहने की प्रेरणा दी। मंत्री ने कहा कि ऐसे क्लस्टर स्तरीय कार्यक्रम बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें एक-दूसरे की प्रतिभाओं से परिचित होने का अवसर प्रदान करते हैं। इससे बच्चों को नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है।

समारोह की शुरुआत वंदे मातरम से हुई। बच्चों ने सरस्वती वंदना, लोक नृत्य, एकल गायन, समूह गान, गिद्धा, और भाषण जैसे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। बाड़ी छजोली स्कूल के विद्यार्थियों ने लोक नृत्य प्रस्तुत किया। रिद्धिमा ने नशे के खिलाफ प्रेरणादायक भाषण देकर सभी को प्रभावित किया। अनिता और सहेलियों ने बिलासपुरी गिद्धा पेश किया। कमल और साथियों ने लोक नृत्य, और लावण्य और सहेलियों ने भी शानदार लोक नृत्य प्रस्तुत किया। बच्चों ने कबीर के दोहों की प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही लूटी। सरकारी स्कूलों के बच्चों की शानदार प्रस्तुतियों ने यह साबित कर दिया कि वे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।

विशेष अतिथि, शिक्षा उपनिदेशक (उच्च शिक्षा) जोगिंदर राव ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा, "शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों का महत्व बच्चों के जीवन में बहुत बड़ा है। शिक्षकों और अभिभावकों का दायित्व है कि वे बच्चों को बेहतर इंसान बनने की शिक्षा दें।"

समारोह में दधोल स्कूल के प्रधानाचार्य सुरेश भारद्वाज, डंगार स्कूल की प्रधानाचार्य रेखा शर्मा, मेहर सिंह, जय चंद, पवन, सीमा, संजीव, राजेंद्र जरौड़ा, पुरुषोत्तम, नवीन, और दिनेश भुट्टो सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।