दीक्षांत समारोह को शिक्षांत समारोह न समझे: उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़

भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने माता हरकी देवी शिक्षण संस्थान ओढां में प्रतिभावान छात्राओं को दीक्षांत समारोह मे सम्मानित किया

माता हरकी देवी शिक्षण संस्थान ओढां में दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनकड़ ने छात्राओं को डिग्रियों से नवाजा

ओढां/सिरसा। आज माता हरकी देवी शिक्षण संस्थान में दीक्षांत समारोह 2025 यशस्वी भव: में भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी डॉक्टर सुदेश धनखड़ ने भी पहुंच कर समारोह की शोभा बढ़ाई। दीक्षांत समारोह के इस भव्य एवं गरिमामय कार्यक्रम में माता हरकी देवी शिक्षण संस्थान के संस्थापक चौ. अभय सिंह चौटाला, श्रीमती कांता चौटाला, डबवाली हलका के विधायक आदित्य चौटाला, राज्यमंत्री रणवीर गंगवा, संस्थान के प्रधान सरदार मनिंदर पाल सिंह बराड़, शिक्षण संस्थान की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर कुलदीप कौर आनंद, व माता हरकी देवी प्रबन्धक कमेटी के सभी सदस्यों ने शिरकत की। इसके साथ-साथ जिला सिरसा रानियां, कालांवाली, डबवाली के गणमान्य विधायक शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े प्रबुद्ध शिक्षाविद न्यायाधीश इस उत्सव का अहम हिस्सा बने। संस्थान में पहुँचने पर माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ द्वारा पौधारोपण किया गया। इसके बाद उपराष्ट्रपति महोदय को विशेष सम्मान सहित व एकेडमिक प्रोसेशन के साथ मंच पर पदासीन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन व माता हरकी देवी की प्रतिमा को पुष्पांजलि समर्पित करने से हुआ। तत्पश्चात चौ. अभय सिंह चौटाला ने विशिष्ट अतिथि व अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत आभार व्यक्त किया व माता हरकी देवी शिक्षण संस्थान की स्थापना के उद्देश्य और प्रगति के बारे में जानकारी दी। सभी डिग्री धारकों को बी.एड. के प्राचार्य डॉ कृष्णकांत ने शपथ ग्रहण करवाई। इस प्रेरणादायक और यादगार समारोह में इस क्षेत्र की 400 से अधिक संख्या में ग्रामीण अंचल की मेधावी बेटियों को माननीय उपराष्ट्रपति महोदय जी ने प्रशस्ति पत्र व डिग्रियों से सम्मानित किया व अपने सत्र में प्रथम आने वाली पूर्व छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए।
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने अपने संबोधन में बताया कि माता हरकी देवी संस्थान में आना उनके लिए तीर्थयात्रा के समान है। उन्होंने चौधरी देवीलाल को स्मरण करते हुए बताया कि चौधरी साहब एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक सोच थे। ग्रामीण विकास में उनका योगदान ऐतिहासिक है। उन्होंने चौधरी देवीलाल को अपना राजनीतिक गुरु बताया। आज भारत विश्व शक्ति के रूप में आगे बढ़ रहा है जिसमें नारी शक्ति का अहम योगदान है। आज हमें लघु उद्योगों को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने दीक्षांत समारोह को नींव का पत्थर बताते हुए कहा कि इसे शिक्षांत न समझे क्योंकि शिक्षा उम्र भर चलती है। उन्होने कहा कि कभी अपने लिए सीमा निर्धारित न करें और न ही असफलता से डरें। उन्होंने बालिकाओं को हमेशा अपने माता पिता व गुरुओं का सम्मान करने के लिए प्रेरित किया। उन्होने बताया कि माता हरकी देवी संस्थान मे पहुंचना और इन बेटियों को सम्मानित करना उनके लिए सुखद अनुभव की अनुभूति रही है। उन्होंने ग्रामीण अंचल के इस बेहतरीन एवं भव्य शिक्षण संस्थान के संस्थापक चौ. अभय सिंह चौटाला को शिक्षा का अग्रदूत कहा तथा उन्होंने बेटियों के उज्जवल भविष्य की कामना की तथा संस्थान के विद्यार्थियों व शिक्षकों को संसद में खुले दिल से आमंत्रित किया। कार्यक्रम के समापन पर धनखड़ जी को अभय सिंह चौटाला ने डॉ सुदेश धनखड़ को कांता चौटाला व प्रबंधक निदेशक डॉ कुलदीप कौर ने राज्य मंत्री रणवीर सिंह गंगवा को संस्थान के प्रेसिडेंट मनिंदर पाल बराड़ ने स्मृति चिन्ह भेंट किया। डॉ कुलदीप कौर जी ने उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का कार्यक्रम में पहुंचने व संस्थान की बेटियों को अपना आशीर्वाद देने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया तथा इसके साथ-साथ इस कार्यक्रम में पधारे अन्य गण मान्य विशिष्ट अतिथियों का भी धन्यवाद प्रकट किया।