शिमला:14.04.25- हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने प्रदेशवासियों को हिमाचल दिवस की बधाई दी है। अपने बधाई सन्देश में पठानियां ने कहा कि हिमाचल का गठन 15 अप्रैल, 1948 को हुआ था तथा एक राज्य के रूप में इसकी स्थापना हुई थी। पठानियां ने कहा कि मंडी, चम्बा,महासू और सिरमौर के चार जिलों को दो दर्जन से अधिक रियासतों के साथ एकीकृत किया गया, जिससे 1948 में हिमाचल प्रदेश एक केन्द्र शासित प्रदेश के रूप में बनाया गया था तथा दशकों बाद 25 जनवरी, 1971 को हिमाचल प्रदेश भारतीय गणराज्य का 18वां राज्य बना था।
हिमाचल प्रदेश के गठन में प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ0 यशवन्त सिंह परमार की भूमिका अविस्मरणीय रही है तभी उन्हें हिमाचल निर्माता कहा जाता है। पठानियां ने कहा कि हिमाचल शब्द संस्कृत के दो शब्दों “हिमा (बर्फ) और आंचल (गोद)” से मिलकर बना है। घाटियों और पहाड़ियों के बीच बसा यह राज्य वस्तुत: हिमालय की गोद में बसा है। पठानियां ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का दर्ज इतिहास मौर्य काल यानि चौथी शताब्दी ईसा पूर्व का है। उन्होने कहा कि हिमाचल प्रदेश का 78 वर्षों का यह सफर शानदार रहा है। हिमाचल एक पहाड़ी प्रदेश है जहाँ विकास कार्यों को अन्जाम देने में समतल राज्यों की अपेक्षा अधिक धन व्यय करना पड़ता है।
पठानियां ने कहा कि हिमाचल के लोग मेहनतकश हैं तथा प्रदेश के विकास के प्रति कटिबद्व हैं। उन्होने कहा कि वर्तमान प्रदेश काँग्रेस सरकार संवेदनशील है तथा ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में विकास के नए आयाम स्थापित करने में समर्पण की भावना से कार्य कर रही है। इस अवसर पर पठानियां ने सभी प्रदेशवासियों से आग्रह किया है कि सभी इस ख्रूबसूरत राज्य को विकसित करने में अपना सर्वोतम योगदान देकर इसे स्वावलम्बी राज्य बनाने में अपना बहुमुल्य सहयोग दें।
(हरदयाल भारद्वाज)
संयुक्त निदेशक एवं मुख्य प्रवक्ता,
हि0प्र0 विधान सभा।