जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नरसंहार के विरोध में आक्रोश प्रदर्शन में शामिल हुए संजय टंडन
कुल्लू,23.04.25- भाजपा से प्रभाती संजय टंडन ने हिमाचल प्रदेश में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नरसंहार के विरोध में आक्रोश प्रदर्शन में सम्मिलित हुए। निर्दोष नागरिकों पर हुआ यह कायरतापूर्ण आतंकी हमला मानवता पर प्रहार है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, टंडन ने शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि एवं आतंक के खिलाफ एकजुटता का संकल्प भी दिलाया।
टंडन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व के कारण जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था एवं पर्यटन कारोबार में भारी उछाल आया था, पर इस दुर्भाग्यपूर्ण आतंकवादी हमले ने जम्मू कश्मीर की आत्मा को हिला के रख दिया है। अभी मीडिया के माध्यम से पता लगा की जम्मू कश्मीर में आने वाले 12000 लोगों ने अपनी टिकट कैंसिल कर दी है।
उन्होंने कहा कि मीडिया में हमने देखा है, कश्मीर घाटी की आवाम में इस कायराना आतंकवादी हमले को लेकर जो गुस्सा है, जो नफरत है - वह यह बताने के लिए काफी है घाटी शांति, विकास और समृद्धि के पथ पर बढ़ चुकी है। देश की आंतरिक सुरक्षा और भी मजबूत हुई है। इसी कारण तो आतंकी और आतंक के आका बौखलाए हुए हैं। अभी हमें एकजुट होना चाहिए। हमें पीड़ित परिजनों के साथ खड़े होना चाहिए, उनका अपमान नहीं करना चाहिए। इस विषय पर किसी तरह की राजनीति नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जो ऐसा कर रहे हैं, वे जाने-अनजाने आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं और देश को बदनाम कर रहे हैं। पहलगाम में हिंदुओं पर हमला देश की एकता और अखंडता पर सीधा हमला है। ये समय एक राष्ट्र के रूप में हमें दुनिया को दिखाना चाहिए कि भारत न झुकेगा, न रुकेगा और भारत देश के दुश्मनों को ख़त्म करके रहेगा।
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कांग्रेस ने धर्म के आधार पर आरक्षण को बढ़ावा दिया : टंडन
भाजपा ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को सम्मानित करने के लिए अनेक सार्थक कदम उठाए
कुल्लू, भाजपा सह प्रभाती संजय टंडन ने देव सदन, कुल्लू में डॉ. भीमराव आंबेडकर सम्मान अभियान के अंतर्गत आयोजित संगोष्ठी में सहभागिता दर्ज की। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी ने जीवनभर समानता, सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों के लिए संघर्ष किया। भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में उनका योगदान भारतीय लोकतंत्र की नींव है और वे आज भी हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
उन्होंने कहा की कांग्रेस ने हमेशा विभाजनकारी नीतियों पर काम किया है। कांग्रेस ने धर्म के आधार पर आरक्षण को बढ़ावा दिया और समान नागरिक संहिता जैसे उपायों का लगातार विरोध किया- ये दोनों ही कदम डॉ. अंबेडकर के समानता और एकता के दृष्टिकोण के विपरीत हैं। कांग्रेस की नीतियाँ समाज को बांटने और तुष्टिकरण को बढ़ावा देने वाली रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इतिहास में लगातार डॉ. भीमराव अंबेडकर की अनदेखी और अपमान किया है। संविधान निर्माण और सामाजिक सुधार में उनके अमूल्य योगदान को वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। उनके जीवनकाल में ही कांग्रेस नेताओं, विशेषकर जवाहरलाल नेहरू ने, उन्हें प्रमुख सरकारी भूमिकाओं और चुनावी प्रक्रियाओं से दूर रखने का प्रयास किया। इसके विपरीत, भाजपा ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को सम्मानित करने के लिए अनेक सार्थक कदम उठाए। इनमें पंचतीर्थ स्थलों की स्थापना, भीम ऐप की शुरुआत (डिजिटल भुगतान और आर्थिक समावेशन के लिए), और उनकी 125वीं जयंती का विश्व स्तर पर 120 देशों में आयोजन जैसे ऐतिहासिक प्रयास शामिल हैं।
इस अवसर पर विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सिद्धार्थन जी, पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष गोविंद ठाकुर, सुरेंद्र शौरी, विधायक लोकिन्दर कुमार, जिला अध्यक्ष अमित सूद, नरोत्तम ठाकुर, गंगा सिंह, अखिलेश कपूर, दानविंदर सिंह, भीमसेन शर्मा, श्रीमती धनेश्वरी ठाकुर, राहुल सोलंकी, आदित्य विक्रम सिंह सहित अन्य वरिष्ठ पार्टीजन उपस्थित रहे।