बिलासपुर, 26,अप्रैल 2025:झंडूता में तीन दिवसीय वैशाखी-नलवाड़ मेले का शुक्रवार को रंगारंग समापन हुआ। 23 अप्रैल से शुरू हुए इस पारंपरिक आयोजन ने 25 अप्रैल को सांस्कृतिक गरिमा, लोक उत्सव और जन सहभागिता के संगम से एक ऐतिहासिक छवि प्रस्तुत की।

मुख्य समापन समारोह में प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और मेले की सफलता पर आयोजकों एवं जनता को बधाई दी। समारोह का शुभारंभ ठाकुरद्वारा मंदिर से मेला ग्राउंड तक निकाली गई भव्य शोभायात्रा से हुआ, जिसमें पारंपरिक पोशाकों में सजे सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया।

मेले का प्रमुख आकर्षण रहा दंगल प्रतियोगिता, जिसमें हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के दिग्गज पहलवानों ने भाग लेकर दर्शकों को रोमांचित किया। पहलवानी के हर दांव-पेंच पर उत्साही जनसमूह का उत्साह देखते ही बनता था।

समापन अवसर पर उपमंडलीय अधिकारी कुनिका अर्ष और विवेक कुमार ने मंत्री धर्माणी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। अपने संबोधन में मंत्री ने कहा, “ऐसे पारंपरिक मेले न केवल हमारी सांस्कृतिक पहचान को जीवित रखते हैं, बल्कि जनभावनाओं को जोड़ने का कार्य भी करते हैं।”

समारोह के दौरान स्थानीय लोगों ने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं और विकास से जुड़ी मांगें मंत्री के समक्ष रखीं, जिन पर उन्होंने सहानुभूतिपूर्वक विचार और शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया।

इस मौके पर कई गणमान्य जन उपस्थित रहे, जिनमें ए.के. कश्यप, जिला परिषद सदस्य शालू रनौत, सतीश चंदेल, दलीव धीमान, निरंजना नड्डा और रंजीत कश्यप प्रमुख रहे।


मेले के समापन समारोह के दौरान आयोजित दंगल प्रतियोगिता में रोमांच अपने चरम पर रहा। छोटी माली के फाइनल में अंकित लखनपुरिया और प्रिंस समोह के बीच जबरदस्त मुकाबला हुआ, जिसमें शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रिंस समोह ने माली अपने नाम की। वहीं बड़ी माली के फाइनल में गनी चम्बा और पीटी कैथल के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला, जिसमें गनी चम्बा ने विजय हासिल की। बड़ी माली के विजेता को रुपये 21,000 नकद और गुरज, जबकि उपविजेता को रुपये 19,000 की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।