पंचकूला, 10.08.24 : श्री मुक्तिनाथ वेद विद्याश्रम (संस्कृत गुरुकुल) माता मनसा देवी परिसर में श्री शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है जो 11अगस्त तक प्रतिदिन कथा व्यास स्वामी श्रीनिवासाचार्य जी महाराज द्वारा की जा रही है। कथा में स्वामी श्रीनिवासाचार्य जी ने भगवान भोले नाथ और माता पार्वती की शादी की कथा संगीत और भजनों के माध्यम से भक्तों को सुनाई। शिव महापुराण कथा के चतुर्थ दिवस में भगवान शिव के विवाह की कथा को श्रवण कर भक्तगण आनन्दित हुए
अपनी कथा से श्रोताओं को भाव विभोर कर रहे संस्कृत गुरुकुल के कुलाचार्य स्वामी श्रीनिवासाचार्य जी महाराज (स्वामी प्रसाद मिश्र) ने बताया की शिव पञ्चानन हैं और वो देवताओं के सरपंच भी हैं। भगवान शिव की की पूजा सबसे सरल है। वो एक लोटा जल से भी रीझ जाते हैं, इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहते हैं। शिव पुराण की कथा की आयोजिका श्रीमति रामरती के साथ सुनीता, पूनम, राम शबद दुबे, ओझा, नीलम गुप्ता, मंजू, योगाचार्य, अश्वनी, जय प्रकाश, रीता सिंह, आदेश अग्रवाल आदि भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।