पंचकूला, 23 09.24- : माता मनसा देवी परिसर के संस्कृत गुरुकुल श्रीमुक्तिनाथ वेद विद्याश्रम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन गुरुकुल के संस्थापकाचार्य स्वामी श्रीनिवासाचार्य ने कथावाचन करते हुए भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया व बताया कि पूतना ने भगवान को दूध पिलाया था, तो उन्होंने पूतना का वध करके अपने धाम भेजा। जब भगवान थोड़े बड़े हुए तो उन्होंने गोपियों के यहां जाकर माखन चोरी किया। उनका माखन चोरी करने के पीछे एक विशेष मकसद जनता को ख़ास सन्देश देना था। इस कथा में भगवान के भजनों से गुरुकुल के शिष्यों ने समां बांधा।

इसके साथ ही गोविंद भगवान की लीला का वर्णन खास रहा। स्वामी जी ने कहा, भगवान ने गोवर्धन पर्वत को सात दिन तक मात्र एक छोटी सी उंगली पर धारण करके रखा और भक्तों को यह संदेश दिया जो विश्वास और श्रद्धा के साथ भगवान की शरण में आता है भगवान उसकी सभी समस्याएं का समाधान छोटी उंगली से ही कर देते हैं। इस लम्हे को जीवंत बनाने के लिए चार फुट की गोवर्धन भगवान की प्रतिमा को ब्राह्मणों ने तीन घंटों में तैयार किया।

इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में अश्विनी गुप्ता, विजय जिंदल, राम गोपाल जिंदल, अशोक न्याल, जनक राज गुप्ता, विशाल केडिया, घनश्याम गुप्ता, बाल कृष्ण सिंगला, अयोध्या से आए कौशलेन्द्राचार्य जी महाराज, प्रख्यात अवधि गायक शिव पूजन शुक्ल मौजूद रहे।