*भाजपा और कांग्रेस दोनो एक हैं और प्रदेश के लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं: अभय सिंह चौटाला

*चुनाव से पहले किए गए एक भी वादे को बीजेपी ने पूरा नहीं किया

*कांग्रेस ओपीएस लागू करने का कर रही है वादा, लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि ओपीएस को 2006 में मुख्यमंत्री रहते भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही बंद किया था, कांग्रेस के केंद्रीय मेनिफेस्टो में ओपीएस का कहीं जिक्र तक नहीं था

*300 पेज की चार्जशीट मुख्यमंत्री को भी दी थी, लेकिन आपसी मिलीभगत करके उस चार्जशीट पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की, भूपेंद्र हुड्डा ने राज्यसभा में उम्मीदवार न उतार कर वो सीट भाजपा को तश्तरी में सजाकर दे दी

*आज प्रदेश में इनेलो और बसपा का गठबंधन सबसे मजबूत है जो किसान और कमेरे के हितों की आवाज उठाने और सरकार बनने पर उनकी मांगे पूरी करने के लिए कटिबद्ध है

चंडीगढ़, 29 अगस्त। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश की जनता को बीजेपी और कांग्रेस से सावधान रहने की जरूरत है। बीजेपी ढकोसलों की सरकार है, उनके सारे वादे खोखले निकले हैं। चुनाव से पहले 2 लाख रिक्त पदों को भरने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, किसानों को फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी देने जैसे वादे किए थे, जो अब तक पूरा नहीं किए हैं। भाजपा सरकार ने अबतक शहीदों को मानदेय राशि नहीं दी। खिलाडिय़ों के साथ भी सौतेला व्यवहार किया गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि विनेश फोगाट को रजत पदक के समान 4 करोड़ रूपए और सभी सुविधाएं दी जाएंगी लेकिन आज तक यह वादा भी पूरा नहीं किया गया।
वहीं कांग्रेस कह रही है कि वो ओपीएस को लागू करेगी लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि ओपीएस को 2006 में मुख्यमंत्री रहते भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही बंद किया था। कांग्रेस की हालत यह है कि कांग्रेस के केंद्रीय मेनिफेस्टो में ओपीएस का कहीं जिक्र तक नहीं था। भूपेंद्र हुड्डा उल्टी गंगा पहाड़ को चढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री रहते हिसार बुटाना नहर को उलटा खुदवा दिया था। सबसे बड़ी बात यह है कि भूपेंद्र हुड्डा ने मुख्यमंत्री रहते किसानों की बेशकीमती जमीनों को लूट कर बड़े बड़े बिल्डरों को दे दी थी और भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए यह वादा किया था कि सरकार आने पर भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ जांच करवाएंगे और कड़ी कार्रवाई करेंगे। इसकी 300 पेज की चार्जशीट हमने विधानसभा में भाजपा के मुख्यमंत्री को भी दी थी। लेकिन आपसी मिलीभगत करके उस चार्जशीट पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। दरअसल भाजपा और कांग्रेस दोनो एक हैं और प्रदेश के लोगों की आँखों में धूल झोंक रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में हुआ राज्यसभा चुनाव है जिसमें भूपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस का उम्मीदवार न उतार कर राज्यसभा की सीट तश्तरी में सजा कर भाजपा को दे दी। लेकिन जनता पूरी तरह से जागरूक है और अब भाजपा और कांग्रेस के बहकावे में नहीं आएंगे। आज प्रदेश में इनेलो और बसपा का गठबंधन सबसे मजबूत है जो किसान और कमेरे के हितों की आवाज उठाने और सरकार बनने पर उनकी मांगे पूरी करने के लिए कटिबद्ध है।