BILASPUR, 04.10.24-केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज एम्स बिलासपुर में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि एम्स में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार 29 सहायक प्रोफेसर की न्युक्ति करेगी।

इसके अतिरिक्त एम्स अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए 98 अन्य स्टाफ की भर्ती की जाएगी। उन्होंने बताया कि 178 करोड रुपए से अधिक की लागत से एमबीबीएस ट्रेनी डॉक्टर के लिए 204 बिस्तर वाला बॉयज हॉस्टल और 334 बिस्तर क्षमता का गर्ल्स हॉस्टल और 72 स्टाफ क्वार्टर बनाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि 10 करोड़ की लागत से 4 लेक्चर हॉल और 4 करोड़ की लागत से 538 किलोवाट का रूफ टॉप पैनल लगाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि हिमाचल को टीबी मुक्त करने के लिए एम्स से 100 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन के माध्यम से सैंपल इकट्ठे किए जाएंगे उन्होंने बताया कि धर्मपुर टीबी संस्थान से टीबी के लिए सैंपल इकट्ठे कर एम्स पहुंचाया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन और एम्स प्रशासन द्वारा सभी औपचारिकताओं को पूरा किया गया है।

इस अवसर पर उन्होंने जिला प्रशासन और एम्स प्रशासन को प्रदेश सरकार और एम्स द्वारा चलाई जा रही एंबुलेंस सेवाओं को इंटीग्रेटेड कर ऐसी प्रणाली विकसित करने के निर्देश दिए जिससे मरीजों को जरूरत पड़ने पर आसानी से एंबुलेंस सुविधा मिल सके।

उन्होंने एम्स प्रशासन को निर्देश दिए की दिसंबर माह तक एम्स में इलाज करने के लिए पंजीकरण प्रणाली को पूरी तरह से डिजिटल किया जाए ताकि लोगों को घंटो लाइन में खड़े होकर पंजीकरण के लिए इंतजार ना करना पड़े।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी चारों मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर को एक्स्पोज़र देने के लिए एम्स में एक्सपोजर विजिट करवाया जाएगा। ताकि चारों मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर एम्स के कार्य प्रणाली को देखकर अपने-अपने संस्थानों में एम्स के तर्ज पर कार्य प्रणाली लागू कर सके।
इसके लिए उन्होंने एम्स प्रशासन और प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को आपसी समन्वय से प्लान तैयार करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि एम्स में कार्यरत स्टाफ के बच्चों को बेहतर शिक्षा सुविधा देने के लिए संस्थान के नजदीक कोठीपुरा में पहले चरण में निजी भवन में आगामी शैक्षणिक सत्र से केंद्रीय विद्यालय खोला जाएगा और आगामी सत्र से कक्षाएं आरंभ की जाएगी। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द सभी औपचारिकताओं को पूरा कर केंद्रीय विद्यालय के लिए भूमि प्रधान करें।

उन्होंने एम्स उन्होंने एम्स को अपना ठोस तरल कचरा संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रपोजल तैयार कर सरकार को भेजने के निर्देश दिए ।

उन्होंने बताया कि एम्स के शुरू होने से अब तक एम्स द्वारा 5 लाख से ज्यादा ओपीडी की गई है इसके अतिरिक्त 35000 लोगों को दाखिल कर इलाज किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बिलासपुर में 38 विभाग लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा रही है जिसमें 17 स्पेशलिस्ट और 13 सुपर स्पेशलिस्ट सहित 690 बिस्तर की सुविधा मरीजों अभी को दी जा रही।

इस अवसर पर उन्होंने एम्स प्रशासन को निर्देश दिए के हिमाचल के सभी जिलों को जोड़कर टेलीमेडिसिन सर्विसेज को और बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि लोगों को दूर दराज के क्षेत्र से एम्स तक ना आना पड़े। उन्हें घर द्वार पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके।

उन्होंने बताया कि एम्स बिलासपुर में पहली बार गुर्दे का सफल ऑपरेशन किया गया है जिसके लिए उन्होंने पूरे टीम को बधाई दी।

इस अवसर हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल, सांसद अनुराग ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, विधायक रणधीर शर्मा, विधायक जीत राम कटवाल , विधायक त्रिलोक जम्वाल , सचिव स्वास्थ्य विभाग हिमाचल एम सुधा देवी, संयुक्त निदेशक अंकित मिश्रा,एम्स अध्यक्ष रणदीप गुलेरिया, उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक, पुलिस अधीक्षक संदीप धवल, निदेशक वीर सिंह नेगी उपस्थित रहे।