PANCHKULA, 21.10.24-अकादमी भवन पंचकूला के महाराजा दाहिर सेन सभागार में पंचकूला की कवयित्री सुषमा जोशी रत्ती के पहले काव्य संग्रह मन परिंदा का विमोचन संपन्न हुआ। 75 कविताओं के काव्य संग्रह 'मन परिंदा' का भव्य लोकार्पण हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी पंचकूला के कार्यकारी उपाध्यक्ष डॉ कुलदीप चंद अग्निहोत्री व अकादमी निदेशक डॉक्टर धर्मवीर विद्यार्थी के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ। अ. भा. साहित्य परिषद हरियाणा की प्रांतीय उपाध्यक्ष संतोष गर्ग के संयोजन में हुए इस कार्यक्रम में फैशन मॉडल और एस बी आई बैंक की सेवा निवृत्त चीफ मैनेजर पुस्तक की लेखिका सुषमा जोशी ने कहा कि बदलते रिश्तों, सामाजिक कुरीतियों व इच्छाओं से ऊपर उठ कर ही नारी सशक्त बन सकती है। चंडीगढ़ के प्रसिद्ध गायक सोमेश गुप्त जी की सरस्वती वंदना से शुभारंभ हुए इस कार्यक्रम में वशिष्ठ अतिथि के रूप में संवाद साहित्य मंच के अध्यक्ष श्री प्रेम विज व जींद से हिंदी साहित्य प्रेरक संस्था की अध्यक्ष श्रीमती शकुंतला काजल उपस्थित रहीं। भिवानी से पधारे साहित्य परिषद हरियाणा के डॉ मनोज भारत एवं चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी के सचिव राजेश आत्रेय ने कहा कि सुषमा जी की कविताएँ नारी की स्वतंत्रता और उसके संघर्षों का सजीव चित्रण है। 'मन परिंदा' के माध्यम से उन्होंने समाज में महिलाओं की स्थिति को बहुत ही संवेदनशील ढंग से पेश किया है, जो प्रत्येक पाठक के दिल को छू जाती हैं। डॉ विजेंद्र के द्वारा हुए इस उत्कृष्ट मंच संचालन के अंतर्गत कुरुक्षेत्र की कवयित्री कविता रोहिला, बराड़ा अंबाला से राजेंद्र रैना, राष्ट्रीय कवि संगम के प्रभारी सुरेंद्र सिंगला, कवयित्री नीरू मित्तल, आभा साहनी, हरिंदर सिन्हा, रेणु अब्बी आदि कवियों के काव्य पाठ ने खूब वाहवाही लूटी। पी एन बी बैंक से सेवानिवृत्त आरके जोशी ने कहा कि यह संग्रह समाज में महिलाओं की स्थिति और उनकी आत्मनिर्भरता पर गहरा दृष्टिकोण प्रदान करता है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के महासचिव अनिल चिंतक का विशेष सहयोग रहा और अंत में कार्यकारी अध्यक्ष श्री लाजपत राय गर्ग जी ने सभी अतिथियों का हृदय से आभार व्यक्त किया। द्वारा -संतोष गर्ग, उपाध्यक्ष अखिल भारतीय साहित्य परिषद हरियाणा मो-9356532838