चण्डीगढ़, 14.01.25- : गढ़वाल सभा, चण्डीगढ़ के महिला प्रकोष्ठ ने मकर संक्रांति के उपलक्ष में आज गढ़वाल भवन, सेक्टर 29 ए में उत्तराखंडी सांस्कृतिक मंगल गायन व पौराणिक गढ़गीत का कार्यक्रम का आयोजन किया। गढ़वाल सभा के वर्तमान प्रधान शंकर सिंह पंवार व भूतपूर्व प्रधान विक्रम सिंह बिष्ट ने दीप प्रज्वलित किया और मीमांश नेगी ने गणेश वंदना "देणा हुईयाँ मोरी का नारयणा खोली का गणेशा" से कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर भूतपूर्व प्रधान विक्रम सिंह बिष्ट ने कहा की दो साल पहले महिला प्रकोष्ठ गठन करने का सपना का सजोया था, वो सही मायने में आज पूरा हो गया। शंकर सिंह पंवार ने सभी महिलाओ द्वारा दिए सम्मान के लिए धन्यवाद दिया। मीमांश नेगी ने जब "धरती हमरा गढ़वाल की,कथगा रौंतेली स्वाणी चा" गाया तो महिला प्रकोष्ठ के सभी सदस्य में ख़ूब थिरके। संगीत नेगी ने "न दौड़ न दौड़ तें उनदेरी का बाटा" गीत गाकर सभी को झूमने पर मबूर कर दिया। महासचिव निधि बलोनी ने बताया कि इस अवसर पर आए हुऐ सभी अतिथियों का स्वागत खिचड़ी प्रसाद खिला कर किया गया। सांस्कृतिक सचिव अम्बिका नेगी ने कहा की प्रकोष्ठ की सभी महिलाएं व बच्चे उत्तराखंडी वेश-भूषा में सज-धज कर उत्तराखंडी लोक गीतों पर ख़ूब झूमे।
इस अवसर पर एक मेडिकल कैम्प लगाया गया जिसमें हड्डी रोग, नेत्र रोग, स्त्री रोग व आंतरिक रोग विशेषज्ञओं की टीम ने अपनी मुफ्त सेवाएं दी। महिला प्रकोष्ठ की प्रधान रेखा रावत ने सभी आए हुऐ मेहमानों का स्वागत किया और बताया कि खिचड़ी संगरांद उत्तराखंड का एक पौराणिक लोक परम्परा है और आज यहाँ गढ़वाल भवन में उत्तराखंड के लोगों ने पारंपरिक बड़े है धूमधाम से मनाया।